विद्यालय में विदाई सह सम्मान समारोह, शिक्षा के महत्व पर डाला गया प्रकाश
संवादाता – ए बी सिद्दीकी
गोड्डा: उच्च विद्यालय परसा के समर्पित शिक्षक निलू शिह की सेवानिवृत्ति के अवसर पर विद्यालय परिसर में एक भव्य विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार,छात्र-छात्राएं तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस समारोह को गरिमा प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता झारखंड शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सम्स तबरेज ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शिक्षक और चिकित्सक वास्तव में कभी सेवानिवृत्त नहीं होते, क्योंकि उनका योगदान पीढ़ियों तक समाज में जीवित रहता है। उन्होंने निलू शिह को दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं देते हुए शिक्षा को समाज की रीढ़ बताया। कार्यक्रम का संचालन झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन के जिला उपाध्यक्ष सह अनुमंडल प्रवक्ता रीतेश रंजन ने किया। उन्होंने कहा कि निलू शिह न केवल एक कुशल शिक्षक थे, बल्कि एक मार्गदर्शक भी थे, जिन्होंने विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ जीवन मूल्य भी सिखाए। विद्यालय के प्रधानाध्यापक जयकांत मुर्मू ने निलू शिह के योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि उन्होंने लगभग बीस वर्षों तक इस विद्यालय में सेवा दी और उनके कार्यकाल में ही यह विद्यालय प्राथमिक से उच्च विद्यालय में परिणत हुआ। इस अवसर पर इंटरमीडिएट कॉलेज महागामा के पूर्व प्राचार्य सुदेश ब्रह्म, पंचायत के मुखिया अशोक यादव, परसा पंचायत के मुखिया मुश्ताक आलम, प्रमुख प्रतिनिधि असलम प्रवेज, शिक्षकगण रब्बानी साहब, मुर्शीद उल कादरी, अब्दुल वहाब, सुलेमान जहांगीर आज़ाद, एवं कई गणमान्य अतिथियों ने अपने वक्तव्यों से शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की नींव होती है और एक शिक्षक समाज को संवारने वाला वह कलाकार है जो आने वाली पीढ़ियों को दिशा देता है। निलू शिह जैसे शिक्षक समाज की पूंजी होते हैं, जिनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा निलू शिह को माला पहनाकर, पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, शॉल, छाता, डायरी एवं कलम देकर भावभीनी विदाई दी गई कार्यक्रम में मंज़ूर अहमद (वर्तमान प्रधानाध्यापक), माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सम्स प्रवेज आलम, शिक्षक सचिन आशुतोष पांडेय, संजीव रामानी, हिदायत अली सहित परसा के ग्रामवासी मोहम्मद नूर नबी, हाजी नईमुद्दीन, हाजी आरिफ हुसैन, हाजी तमिज़ुद्दीन, अब्दुल गफ्फार और क्षेत्र के अनेक पूर्व व वर्तमान छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। इस भावनात्मक अवसर पर सभी ने एक स्वर में शिक्षा की गरिमा को बनाए रखने और निलू शिह के आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।