बिहार में सुशासन, झारखंड में सुशासन का अभावःसरयू राय
*नीतीश कुमार के जन्मदिन पर सुशासन विमर्श का आयोजन*
राष्ट्र संवाद संवाददाता
*जमशेदपुर*। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शनिवार को कहा कि अगर इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की सरकार बनती है तो उसका प्रभाव झारखंड पर भी पड़ेगा और संगठन मजबूत होगा। सरयू राय ने यह भी कहा कि जहां बिहार में कानून व्यवस्था सही है, बिहार का विकास तेजी से हो रहा है, वहीं झारखंड में सुशासन का अभाव है। यहां की ज़मीनी हकीकत को समझें तो भाजपा-जनता दल (यूनाइटेड) गठबंधन सरकार में आ सकती है। बिहार के तर्ज पर झारखंड को बदलना है। झारखंड के अगले विधानसभा चुनाव में एनडीए एक मजबूत स्थिति में होगा। भाजपा और जदयू की ताकत को सही तरीके से सहेजा गया तो यहां भी सुशासन व्यवस्था कायम हो सकती है। बिहार में नीतीश जी की सरकार बनती है तो झारखंड में भी सरकार बदलने की सुगबुगाहट होगी।
यहां बारीडीह में नीतीश कुमार के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित सुशासन विमर्श में सरयू राय ने कहा कि अब बिहार 2005 वाला नहीं रहा। इन 20 वर्षों में बिहार काफी बदल गया है। फ्लाइओवर्स का जाल बिछ गया है। गांवों में भी अब 22-23 घंटे बिजली रहती है। अपवाद छोड़ दें तो शहरों में पावर कट की समस्या का समाधान हो गया है।
2005 के बाद बिहार की स्थिति बदली। विकास के काम शुरु हुए तो लोगों ने नीतीश कुमार को सुशासन बाबू बोलना शुरू कर दिया। 1995 में लालू यादव की सरकार को भाजपा का भी समर्थन था। कांग्रेस का कुशासन समाप्त हुआ। 1996-97 में लोगों को लगने लगा कि लालू की सरकार नया रास्ता अख्तियार कर रही है।
इस मौके पर जदयू के प्रदेश महासचिव संजय ठाकुर, अंजली सिंह, कौशल सिंह, युवा प्रदेश अध्यक्ष निर्मल सिंह, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विश्राम प्रसाद, पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष अजय कुमार, अमृता मिश्रा, कुलविंदर सिंह पन्नू, चंद्रशेखर राव सहित अन्य उपस्थित थे।