राष्ट्र संवाद के खबर का असर:तालाब निर्माण में अनियमितता मामले को लेकर जांच में पहुंचे एसडीओ
राष्ट्र संवाद
जामताड़ा के नाला प्रखंड के देवजोड़ गांव में निर्माणाधीन भूमि संरक्षण विभाग के तालाब में कई गड़बड़ी सामने आया है।इसका खुलासा तब हुआ जब ग्रामीणों की शिकायत पर डीडीसी निरंजन कुमार के निर्देश पर एसडीओ अनंत कुमार और आरईओ के कार्यपालक अभियंता दुखा मंडल के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम जांच के लिए पहुंची।जांच टीम में अंचलाधिकारी कयूम अंसारी, सीआई श्याम सुंदर बेसरा और कनीय अभियंता कुंदन कुमार दास भी शामिल थे।जांच टीम ने सबसे पहले लाभुक समीर माजी से तालाब निर्माण के ग्रामसभा, एग्रीमेंट,विभागीय कार्यादेश,अभिलेख,तकनीकी प्राक्कलन सहित जरूरी दस्तावेज दिखाने को कहा।जिसपर लाभुक घंटेभर का समय दिए जाने के बावजूद जांच टीम को कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए।वहीं निर्माण स्थल पर कोई सूचना बोर्ड भी नहीं था।लाभुक जांच टीम के सवालों का सही जवाब ही नहीं दे पाए।इसके बाद तालाब की नापी कराई जिसमें गहराई निर्धारित मानक 12 फीट से 5 इंच कम निकला।हैरानी तो तब हुई जब जांच टीम को ग्रामीणों ने तालाब के पिछले हिस्से पर जांच के लिए ले गई तो उन्हें पुराने तालाब के मेड दिख गए।जिसके बाद एसडीओ ने जीपीएस लोकेशन निकाला तो वहां पुराना तालाब होने का प्रमाण मिल गया।इतना ही नहीं तालाब निर्माण में आवाजाही के रास्ते को अतिक्रमण करने की बात सामने आई।इन सभी गड़बड़ियों को देखकर एसडीओ अनंत कुमार ने लाभुक समीर माजी को कड़ी फटकार लगाई।एसडीओ अनंत कुमार ने कहा कि पूरे मामले पर भूमि संरक्षण विभाग तथा अंचलाधिकारी से रिपोर्ट मांगा गया है।साथ ही शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक लाभुक को अपना पक्ष रखने के लिए कागजातों के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था।परंतु वह फिर भी दस्तावेज प्रस्तुत कर नहीं पाए।एसडीओ ने कहा कि अगर वह अपने पक्ष में दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं और अगर प्राक्कलन में छेड़छाड़ और किसी प्रकार की जलसाजी सामने आती है तो राशि वसूली के साथ नियमानुसार कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।पूरे मामले की जांच रिपोर्ट डीडीसी को समर्पित की जाएगी।