15 दिवसीय ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम में भाग लेने आए बीस छात्राएं मयूराक्षी सिल्क उत्पादन केंद्र पुराना विकास भवन दुमका का अवलोकन किया
निजाम खान।राष्ट्र संवाद
दुमका: दिनांक 28.12.24 को रविन्द्र नाथ टैगोर एग्रीकल्चर कॉलेज देवघर (बिरसा कृषि विश्वविधालय रांची) से 15 दिवसीय ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम में भाग लेने आए बीस छात्राएं मयूराक्षी सिल्क उत्पादन केंद्र पुराना विकास भवन दुमका का अवलोकन किया। उनके साथ क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र के डॉ ए के साहा मौजूद रहे। इस मौके पर सेवा निवृत सहायक उद्योग निदेशक रेशम संथाल परगना के सुधीर कुमार सिंह द्वारा छात्राओं को तरस कोकून का उत्पादन कैसे होता है, धागे की निर्माण करने की क्या प्रक्रिया है, तसर कोकून से कितने प्रकार के धागे का निर्माण किया जाता है। फिर निर्मित धागा से रेशमी वस्त्र का निर्माण किस प्रकार किया जा रहा है इस पर विस्तृत रूप से छात्राओं को पुराना विकास भवन दुमका में लाइव दिखलाया गया और विस्तृत जानकारी दिया गया।