मॉब लिंचिंग को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा – अब्दुर रकीब
मौलाना शहाबुद्दीन को अगर इंसाफ नही मिला तो करेंगे आंदोलन – अब्दुर रकीब।
संवाददाता/जामताड़ा
कोडरमा ज़िले में 30 जून को मौलाना शहाबुद्दीन की मॉब लीनचिंग के विरोध में ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुर रकीब अंसारी ने खुलकर बयान जारी किया है। पार्टी के मोमिन कॉन्फ्रेंस के प्रदेश सचिव मौलाना ने बताया कि 2017 से झारखंड में मुसलमानो, आदिवासियों और दलितों पर भीड़ तंत्र के द्वारा हमला कर उन्हे जान से मार देने की घटनाएं हो रही है 70 जे अधिक मॉब लिंचिंग की घटनाएं पुछले 7 सालों में हो चुकी है, मौजूदा झामुमो कांग्रेस राजद गठबंधन ने 2019 विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून बनाने का वादा किया था, पर 5 साल होने को है यह मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून नहीं बना पाए, उन्होंने आगे कहा कि झारखंड प्रदेश में पिछली भाजपा की सरकार से तंग आकर यहाँ के मूलनिवासियों ने झामुमो – कांग्रेस – राजद गठबंधन को सत्ता में लाने का काम किया था पर यह सरकार भी यहां के आदिवासी, दलित, पिछड़े, मुसलमानो, ईसाइयों और पिछड़े समाज को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है। मौलाना ने आगे बताया कि मोमिन कॉन्फ्रेंस एवं बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी को छोड़ के कोई भी पार्टी यहां के दलितों, आदिवासियों, मुसलमानो, पिछड़ों और ईसाइयों की आवाज़ नही उठा रही है। मोमिन कॉन्फ्रेंस पूरी मज़बूती के साथ मज़लूमो कि आवाज़ बन रही है, उन्होंने आगे कहा कि इस सरकार ने यहाँ की जनता को।ठगने का काम किया है, दलितों और मुसलमानो की स्थिति दिन प्रति दिन दयनीय होती जा रही है। मॉब लिंचिंग करने वावाले दोषयों को जेल से निकलने पर माला और फूल से सम्मान दिया जाता हो वो समाज कैसा होगा।
प्रदेश सचिव ने मॉब लिंचिंग में मारे गए मौलाना शहाबुद्दीन के परिजनों को 50 लाख रु और आश्रित के सरकारी नौकरी देने की मांग की, उन्होंने यह नही कहा कि कोडरमा ज़िले की पुलिस बिना जांच किये और बिना एफ आई आर किए इस घटना जो एक्सीडेंट साबित करने में लगी हुई है जो बहुत अफसोस नाक है। मौलाना अब्दुर रकीब ने कहा कि अगर मौलाना शहाबुद्दीन के हत्यारों को नही पकड़ा गया तो ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस राज्य व्यापी आंदोलन करने के बाध्य होगी।