जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा के मानगो नगर निगम के बदइंतजामी का दंश झेल रही क्षेत्र की जनता त्राहिमाम कर रही है
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा के मानगो नगर निगम के बदइंतजामी का दंश झेल रही क्षेत्र की जनता त्राहिमाम कर रही है. इसको लेकर न मानगो नगर निगम के पास कोई मुकम्मल इंतजाम है, इस कारण लोग अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं. दरअसल मामला निकायों के कचरा प्रबंधन से जुड़ा है. मानगो नगर निगम क्षेत्र के घरों और सिविल सोसायटी से कलेक्ट किए गए कचरों के निष्पादन का कोई मुकम्मल प्रबंध नहीं होने के कारण उन कचरों को सोनारी मरीन ड्राइव में डंप कर उसमें आग लगा दी जाती थी. जिससे पूरे इलाके में प्रदूषण फैला था. इसको लेकर विधायक सरयू राय ने कई बार आवाज़ उठाए. अंततः नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने निकायों को मरीन ड्राइव में कचरा डंप करने से रोक लगा दिया है. उसके बाद पिछले चार दिनों से निकायों में कचरा उठाव का काम पूरी तरह से बंद है. कचरा उठाव में लगे गाड़ियों में कचरा जमा है जिससे क्षेत्र में बदबू फैल रही है. बता दें कि इससे लाखों की आबादी प्रभावित हो रही है. लोगों में महामारी फैलने का डर सताने लगा है. ऐसी स्थिति इसलिए बनी की कचरा प्रबंधन को लेकर निकायों ने कोई ठोस इंतजाम नहीं किया है. पूरे शहर के कचरे को शहर के बीचो-बीच जला दिया जा रहा था. कचरा प्रबंधन के लिए जहां स्थल चिन्हित किए गए हैं वहां ग्राम सभा ने अनुमति नहीं दी है. जिस कारण मामला खटाई में लटका हुआ है. इधर आक्रोशित लोग अब सड़क पर उतर चुके हैं. कचरा उठाव अविलंब शुरू कराने की मांग की है. इधर अधिकारियों के पास कोई सटीक जवाब नहीं है. मानगो नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त अरविंद प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि एनजीटी के रोक के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है. इसके सामाधन को लेकर जिला प्रशासन लगी हुई है जल्द ही इसका हल ढूंढा जाएगा. उधर सिविल सोसायटी के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. साथ ही राजनीति भी तेज है. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर निकाय और जिला प्रशासन क्या कर रही है ? स्वच्छ भारत अभियान को लेकर देश में हर साल करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं मगर जमीन पर क्या स्थिति है लौहनगरी जमशेदपुर में आप साफ देख सकते हैं.