प्रयागराज. प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। बुधवार तड़के इस भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए। इस घटना के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान को स्थगित कर दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जहां भी स्थान मिले, वहीं स्नान करें।
सीएम योगी ने बताया कि मौनी अमावस्या के चलते घाटों पर बैरिकेड्स लगाए गए थे, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स फांदकर संगम तट की ओर बढ़ने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी। यह घटना रात एक से दो बजे के बीच हुई। प्रशासन ने स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में ले लिया और घायलों का इलाज किया जा रहा है। सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह से तीन-चार बार श्रद्धालुओं की कुशलता की जानकारी ली। गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी घटना की जानकारी ली।
सीएम योगी ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ का दबाव अभी भी बना हुआ है। उन्होंने संतों से भी चर्चा की, जिन्होंने आश्वासन दिया कि श्रद्धालुओं के स्नान के बाद ही अखाड़े संगम पर स्नान करेंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ के चलते वे जहां भी स्थान मिले, वहीं स्नान करें। उन्होंने कहा कि गंगा में किसी भी स्थान पर स्नान करने से पुण्य प्राप्त होता है, केवल संगम में ही स्नान का महत्व नहीं है।
सीएम योगी के अनुसार, मंगलवार को 5.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया, जबकि बुधवार सुबह 8 बजे तक 3 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। उन्होंने बताया कि संगम नोज और अखाड़ा मार्ग पर भारी दबाव बना हुआ है, इसलिए अखाड़ों का स्नान भीड़ कम होने के बाद ही होगा। अंत में सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से संयम रखने, अफवाहों पर ध्यान न देने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकारें महाकुंभ को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं।