सिंचाई व्यवस्था करने के लिए पंप सेट के लिए विभाग से अनेकों बार लगाई गुहार ,नहीं हुआ फायदा:किसान
जामताड़ा| सब का पेट भरता है किसान और सबसे दयनीय स्थिति से गुजरना पड़ता है तो किसानों को| काफी संघर्ष व मेहनत से खेत में फसल उपजाते हैं|ऐसे में कभी प्रकृति का कहर तो कभी कीमतों में ऊंच-नीच होने की वजह से भी किसानों को काफी दयनीय स्थिति से गुजरना पड़ता है|भारत एक कृषि प्रधान देश है|देश का लगभग 64% लोग कृषि कार्य पर ही निर्भर है|वही जामताड़ा जिला का कुंडहित प्रखंड क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा है|कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के लिए कृषि के अलावा और कोई दूसरा उपाय नहीं है|कृषि कर ही लोग अपना जीवन यापन करते हैं| ऐसे में सरकार द्वारा दिए गए किसानों को सिंचाई कूप से बहुत हद तक सिंचाई करने में सहूलियत मिली है|लेकिन प्रखंड क्षेत्र के बहुत ऐसे किसान है जिसको सिंचाई करने के लिए विभाग द्वारा सिंचाई कूप तो दिया गया पर सिंचाई कूप से पानी उठाने के लिए खेत सिंचाई करने के लिए सोलर सेट या पंप सेट उपलब्ध नहीं कराया गया है|जिस कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है|ऐसा ही एक मामला प्रखंड क्षेत्र के गायपाथर पंचायत के काकड़ाशोला के मलय कुमार माजी का है| मलई कुमार माजी ने कहा उन्हें 2019-20 में मनरेगा के तहत सिंचाई कूप मिला है|इससे उन्हें कृषि करने के प्रति उम्मीद जगी|कहा कि वह टमाटर ,बैंगन ,गोभी सहित आदि रवि फसल की खेती करते हैं |कहा कभी-कभी उनका फसल पंपसेट या सोलर सेट नही रहने कारण आर्थिक स्थिति खराब रहने से दूसरे का मशीन भाड़ा नहीं कर पाते हैं जिससे उनका फसल मर भी जाता है|उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग से अनेकों बार आवेदन देकर गुहार लगा चुके हैं|पर इसका कोई फायदा नहीं मिला है| इस संबंध में मलय ने उपायुक्त से पंपसेट की मांग की है|