*नारायणपुर के मधुसिंहा में दस दिन पूर्व मिले नीलगाय की मृत अवस्था मे मिलने से चर्चाओं का बाजार गर्म*
**नारायणपुर वन विभाग की कार्यशैली पर लोग उठा रहे हैं सवाल*
नारायणपुर(जामताड़ा):
नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के मधुसिंहा ग्राम में विगत 27 दिसंबर को कुएं में गिरी जिस नीलगाय को ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाल कर नारायणपुर वन विभाग को सौंपी थी उसकी मृत शरीर बुधवार को उक्त गाँव के समीप के जंगल में मिलने से लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है | विदित हो कि विगत वर्ष के 27 दिसंबर को मधुसिंहा के एक कुवें में नीलगाय गिर गई थी जिसे ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद कुएं से बाहर निकाल कर बांध रखा था और इसकी सूचना नारायणपुर पुलिस प्रशासन एवं वन विभाग को दिए थे | मौके पर पहुंची पशु चिकित्सकों की टीम ने उक्त नीलगाय का प्राथमिक उपचार भी किया था |वही ग्रामीणों एवं पुलिस प्रशासन ने उक्त नीलगाय को वन विभाग को सौंप दिए थे |इसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने उक्त नीलगाय की बन्धी रस्सी को खोल दिए जिसके बाद नीलगाय वहां से भगा निकली थी |अब जब 10 दिनों के बाद उक्त गांव के समीप के जंगल से उक्त नीलगाय के मृत अवस्था मे मिलने से लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है |लोग वन विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं | लोगों की माने तो नीलगाय को जिस व्यक्त वन विभाग ने छोड़ा था उस समय वह घायल थी |वन विभाग को घायल नीलगाय को इस तरह नहीं छोड़ना चाहिए था | वन विभाग यदि उक्त नीलगाय को दो-चार दिन अपने निगरानी में रखकर छोड़ते तो शायद वह बच जाती |
फ़ोटो1:मृत अवस्था मे पड़ी नीलगाय |