पुस्तकालय उद्घाटन के दौरान कृषि मंत्री ने जामताड़ा उपायुक्त की कि प्रशंसा
निजाम खान
जामताड़ा| दिनांक 28 फरवरी के देर संध्या बेला को कुण्डहित प्रखंड के अमलादही पंचायत में सामुदायिक पुस्तकालय का शुभारंभ मंत्री, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग बादल पत्रलेख द्वारा संपन्न हुआ।पुस्तकालय शुभारंभ के उपरांत मंत्री ने उपस्थित छात्रों, युवाओं एवं अन्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उपायुक्त जामताड़ा का यह पहल वास्तव में सराहनीय है क्योंकि भवनों, सड़कों आदि का विकास तो होते रहता है और इन पर सभी की नजर भी रहती है, लेकिन उपायुक्त जिला में शिक्षा के विकास पर अपना ध्यान आकृष्ट किया और उनके पहल का नतीजा है कि आज आपके गांव में भी सामुदायिक पुस्तकालय का शुभारंभ हुआ है। आप लोग खुश किस्मत हैं की जिले में ऐसे पदाधिकारी हैं उनका ध्यान आप लोगों के ऊपर पड़ा। वहीं उन्होंने छात्रों से कहा कि इनके संसर्ग में रहकर इनके जैसा बनने का सोच पैदा करो सपना देखो और मेहनत करो। उन्होंने कहा की एक कहावत है बेटा काबिल बनो कामयाबी झक मारकर पीछे आएगी|आप यहां से जब पढ़ाई करेंगे तो अपने आप को अनुशासन में रखेंगे|अनुशासन का मतलब यह कि खाना नहाना आदि दैनिक कर्म क्या आप छोड़ सकते हैं? नहीं ना। इसी तरह से यह नियम बनाएं कि प्रतिदिन लाइब्रेरी जाना है।उन्होंने कहा कि हम सब किसान के बच्चे हैं। किसान या नहीं जानता कि पानी पड़ेगा कि नहीं पड़ेगा लेकिन फिर भी हल लेकर खेत में जाते हैं विश्वास पर मिट्टी में अपना जमा पूंजी डाल कर आते हैं और फिर अनाज होता है। विश्वास है तभी तो ऐसा करते हैं।
इसी प्रकार आप लोग अपने ऊपर विश्वास पैदा करो |विश्वास करो खुद पर कहीं कोटा मुंबई दिल्ली जाने की आवश्यकता नहीं है| इसी लाइब्रेरी से पढ़ कर आप लोगों में से डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, आईएएस आईपीएस बन के निकलोगे|उन्होंने कहा की हम इतनी जगह जाते हैं लेकिन सभी गांव में लोग सिर्फ सामान्य समस्या बताते हैं जैसे मेरा घर नहीं है सड़क की पानी की समस्या है वगैरह समस्या बताते हैं। लेकिन कभी यह नहीं कहते कि मेरे गांव में भी एक पुस्तकालय बना दिया जाए शिक्षा का विकास हो। उन्होंने एक वाक्या सुनाया कि कैसे उन्होंने अपने गांव में पुरानी भवन में कुछ पुस्तकें व्यवस्था कर पुस्तकालय का रूप दिया |धीरे-धीरे उस पुस्तकालय को विकसित किया। आज उस पुस्तकालय के प्रभाव से 20 से ज्यादा लड़के अधिकारी, क्लर्क बैंकिंग आदि सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं।मंत्री ने सभी से कहा कि इस पुस्तकालय को आप लोग बढ़िया से चलाएं। ऐसा ना हो कि 1 साल बाद पुस्तकालय में ताला लग जाए और फिर कोई और पदाधिकारी यह दुस्साहस ना करेगा कि फिर से इसे शुरू किया जा सके।इस मौके पर जामताड़ा उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने कहा कि सामुदायिक पुस्तकालय जामताड़ा में शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां के युवाओं को उनके गांव में उनके घरों में पुस्तकालय के माध्यम से प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अधिष्ठापन किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीबी एक दंश के समान होती है क्योंकि गरीबी के कारण अक्सर लोग अपनी पढ़ाई को जारी नहीं रख पाते बीच में अपनी पढाई छोड़ देते हैं। ऐसे में यह पुस्तकालय उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि आप लोग अपना समय पुस्तकालय में दे |यहां एक से एक बढ़कर पुस्तकें आपके लिए रखी हुई है और मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि अगर आप पुस्तकों से मित्रता करते हैं तो आपको कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। आप यहीं से पढ़कर डॉक्टर, इंजीनियर ,टीचर आदि अच्छे पदों पर आपका चयन होगा।
उन्होंने कहा कि अक्सर लोग धार्मिक आयोजन में लाखों खर्च करते हैं लेकिन उसका कुछ अंश अगर आप लाइब्रेरी को देंगे तो यहां पर और बढ़िया पुस्तकें होंगी। पुस्तकालय भी एक मंदिर व मस्जिद की तरह है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय आपकी संपत्ति है इसे चलाना और निखारना गांव के समुदाय के हाथ में है या आप पर निर्भर करता है।इस मौके पर उप विकास आयुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ,अनुमंडल पदाधिकारी संजय पांडेय, कुंडहित प्रखंड विकास पदाधिकारी गिरिवर मिंज,नाला प्रखंड विकास पदाधिकारी कौशल कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।