सत्ताधारी विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए रसूखदारों ने रांची में डाल रखा था डेरा, ऐसे हुआ हेमंत सरकार गिराने की साजिश का खुलासा
रांची। एक पत्र ने हेमन्त सरकार को गिराने की साजिश को बेनकाब कर दिया। समझा जाता है कि इसी पत्र के बाद पुलिस रेस हुई और चंद साजिशकर्ताओं के टूल को धर दबोचा। योजना को नाकाम कर दिया। हेमन्त सरकार को गिराने की साजिश की सूचना कोतबाली थाना को 22 जुलाई को ही मिल गई थी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह (अब स्वर्गीय) के पुत्र, बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने रांची के कोतबाली थाना को इसकी विधिवत लिखित सूचना दी थी। लिखा था कि गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने की सूचनाएं कई महीनों से चली आ रही है। इसी क्रम में जानकारी मिली है जो काफी हैरान करने वाली है। वो यह कि अलग-अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची आकर कैंप किये हुए हैं और हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर लेन-देन की सूचना मिली है।
जानकारी मिली है कि सत्ताधारी दल के विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए लेन-देन के लिए बातचीत चल रही है। ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन देकर सरकार गिराई जा सके। कुछ बहुत ही रसूकदार लोग एवं फाइनांसर छद्म नाम से कई होटलों में ठहरे हुए हैं। विधायकों से संपर्क की कोशिश में हैं। ताकि सरकार गिराने की साजिश को अंजाम दिया जा सके।