जूनियर डॉक्टरों और बंगाल सरकार के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर बैठक
कोलकाता: (भाषा) आरजी कर अस्पताल मामले में गतिरोध को समाप्त करने के उद्देश्य से आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच पहले दौर की वार्ता यहां कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास में जारी है।
गतिरोध सुलझाने के लिए बातचीत शुरू करने के चार प्रयास असफल रहने के बाद प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार शाम बनर्जी के आवास पर इस महत्वपूर्ण बैठक के लिए पहुंचा।
पुलिस की सुरक्षा में करीब 30 चिकित्सक शाम करीब 6.20 बजे मुख्यमंत्री बनर्जी के आवास पर पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शाम पांच बजे होने वाली बैठक शाम सात बजे के आसपास शुरू हुई।
टीवी चैनलों के संवाददाताओं ने बताया कि डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
बैठक से पहले बनर्जी ने एक बंगाली समाचार चैनल के साथ बातचीत में जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की।
उन्होंने न्यूज 18 बांग्ला से कहा, ‘‘मैं जूनियर डॉक्टरों से अपील करूंगी कि वे आएं और बातचीत के लिए बैठें। हर मुद्दे को बातचीत के ज़रिए सुलझाया जा सकता है। और हमें समाधान खोजने का प्रयास करना चाहिए। कल (मंगलवार) उच्चतम न्यायालय में इस मामले की सुनवाई है, हमें समाधान निकलने की उम्मीद है।’’
इससे पहले बैठक की ‘लाइव स्ट्रीमिंग’ और ‘वीडियो रिकॉर्डिंग’ की चिकित्सकों की मांग को राज्य सरकार द्वारा खारिज किए जाने के कारण वार्ता के पिछले प्रयास विफल रहे थे।
बाद में प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने अपनी इस मांग में थोड़ी नरमी लाते हुए अब केवल बैठक के विवरण को दर्ज करने और इसकी एक हस्ताक्षरित प्रति दिए जाने की मांग रखी।
राज्य सरकार ने इस शर्त को तुरंत स्वीकार कर लिया तथा मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि दोनों पक्ष बैठक के विवरण पर हस्ताक्षर करेंगे तथा स्पष्टता के लिए इसकी प्रतियां एक-दूसरे को दी जाएंगी।
राज्य सरकार ने डॉक्टरों के साथ आए दो स्टेनोग्राफर को बैठक का विवरण दर्ज करने के लिए आने की अनुमति प्रदान की।
बैठक में मौजूद एक चिकित्सक ने वार्ता के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘‘हम भी चाहते हैं कि मुद्दे का हल निकले, लेकिन हमारी पांच मांगों पर किसी तरह का समझौता करके नहीं। हम खुले दिमाग से सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक में जा रहे हैं।’’
इस बीच, चिकित्सकों ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर अपना धरना आठवें दिन भी जारी रखा। वे 36 दिन से आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के मामले में न्याय की और कोलकाता पुलिस आयुक्त तथा राज्य के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले, सोमवार को दिन में राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को गतिरोध समाप्त करने के मकसद से बातचीत के लिए ‘‘पांचवीं और अंतिम बार’’ आमंत्रित किया था।