कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अजय अपने ही बूथ पर पिछड़े ,डॉ अजय का विवादों से चोली दामन का रहा साथ
कड़वा सच भाग 01
देवानंद सिंह
विधानसभा चुनाव 2024 खत्म हुआ और इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों में आपसी खींचतान जारी है आपस में ही आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है जहां तक कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर अजय कुमार की बात है तो विवादों से इनका पुराना नाता रहा है उड़ीसा के प्रभारी रहते कितने विवाद हुए हैं इससे उड़ीसा प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व भी वाकिफ है कितने वीडियो वायरल हुए अब
चुनाव परिणाम आने के बाद डॉक्टर अजय ने दिल्ली का रुख किया और वे दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होंगे परंतु विवादों को जमशेदपुर का केंद्र बिंदु बना गए राष्ट्र संवाद पूरे मामले की अपने स्तर से छानबीन की तो जो तथ्य सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं
पूरे चुनाव के दौरान डॉ अजय ने जिला कांग्रेस के पदाधिकारीयों की बात तो दूर तिलक पुस्तकालय का भी शायद रुख नहीं किया दिल्ली से आए टीम और कुछ खासम खास लोगों ने चुनाव में उनकी कमान संभाल रखी थी परिणाम आने के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस में तरह-तरह के बातें सामने आने लगी है कई वैसे पदाधिकारी का भी नाम आने लगा है जिनके बूथ पर कांग्रेस को कम वोट मिले और सूत्रों की माने तो इन सब के पीछे कहीं ना कहीं कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अजय समर्थकों का ही नाम सामने आने लगा है हालांकि डॉक्टर अजय के अधिकांश समर्थक पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के वोटर नहीं थे और वही लोग चुनाव की कमान भी संभाल रहे थे उदाहरण के तौर पर चुनाव अभिकर्ता पूर्व जिला अध्यक्ष रविंद्र झा , कार्यकारी नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनकर जिला के पदाधिकारी वरिष्ठ कांग्रेसी से रिजवी छब्बन, संजय यादव पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से तो अभिजीत सिंह जुगसलाई ,अमित राय घाटशिला, किशोर यादव ,सौरभ चटर्जी पोटका विजय यादव, परितोष सिंह जुगसलाई ,संजय पांडे रांची ने पूरे चुनाव में कर्ताधर्ता थे
जग जाहिर है कि डॉक्टर अजय कई राज्य के प्रभारी भी है और कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं उन्हीं का फायदा टिकट मिलने में उन्हें हुआ हालांकि 2024 के विधानसभा चुनाव में डॉ अजय ने अब तक हुए चुनाव में सबसे अधिक मत लाकर अव्वल रहे
परंतु यह भी सर्व विदित है कि डॉ अजय का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है चाहे वह आईपीएस की नौकरी हो अथवा कॉरपोरेट घराने की या फिर राजनीति की .विधानसभा चुनाव खत्म होते ही डॉक्टर अजय ने दिल्ली का रुख किया लेकिन राजनीतिक चाल चलते हुए उन्होंने एक तीर से कई शिकार करने का भी काम किया
विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे पहले बात होनी चाहिए किस कांग्रेसी के बूथ पर कांग्रेस को कितने मत मिले तो डॉक्टर अजय कुमार खुद अपने बूथ पर भी पूर्णिमा दास साहू से लीड नहीं ले सके
पूर्वी विधानसभा की बूथ संख्या 148 डॉ अजय का बूथ है उस बूथ पर कांग्रेस को 101 और भाजपा को 146 मत मिले कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे के बूथ संख्या 80 पर कांग्रेस को 256 भाजपा को 493 और भाजपा के बागी प्रत्याशी शिव शंकर सिंह को 117 मत मिले कांग्रेस प्रत्याशी के सबसे करीबी राकेश साहू के बूथ संख्या 301 पर कांग्रेस को 163 और भाजपा को 436 मत मिले इसी तरह राजा सिंह राजपूत के बूथ संख्या 228 पर कांग्रेस को 194 और भाजपा को 548 मत मिले जबकि जिला उपाध्यक्ष बबलू झा के बूथ 76 पर कांग्रेस को 181 और भाजपा को 446 मत मिले आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के बूथ संख्या 146 में कांग्रेस को 199 वोट बीजेपी को 184 मिले बूथ संख्या 147 कांग्रेस को 172 और भाजपा को 154 मत मिले
*अगले भाग में जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा में पदाधिकारीयों के बूथ कांग्रेस प्रत्याशियों को कितने मत मिले और किन परिस्थितियों में राकेश तिवारी को चुनाव संचालन समिति का चेयरमेन बनाया गया तथा संजय पांडेय कैसे नजदीक आए डॉक्टर अजय के*