बुरुडीह के देवेन मार्डी की चेन्नई में मौत
*झारखंड में रोजगार नही मिला तो करना पड़ा था पलायन
* शोक संतप्त परिवार से मिली जिप सदस्य देवयानी मुर्मू
तमिलनाडु काम करने गए कालचीति पंचायत अन्तर्गत बुरुडीह गाँव निवासी देवेन मारडी(34) की मौत हो गई है.ग्रामीणों की सूचना मिलने पर जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू बुरुडीह गाँव पहुँचे तथा ग्राम प्रधान श्याम मुर्मू व मृतक की पत्नी सादरी मारडी से मामले की जानकारी ली.इस घटना से मृतक की पत्नी सादरी मारडी, पुत्र फुरला मारडी(10), पुत्री अर्पिता मारडी (8),पुत्र अजित मारडी (2) पर दुःखो का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक की पत्नी ने जिला परिषद सदस्य को बताया कि उनका पति पिछले तीन साल से तमिलनाडु के मुलाई बोरवेल्स कंपनी में काम कर रहे थे.
इस बार घर आने के बाद काम पर नहीं लौटना चाहता था. लेकिन स्थानीय स्तर पर कोई काम नहीं मिलने के कारण 5 अगस्त को तमिलनाडु वापस लौटा था.इसी बीच अचानक उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया.अजीबोगरीब हरकत करने लगा.इसे देखते हुए उनके दोस्तों को वापस घर पहुँचा देने का आग्रह किया.
बहुत मुश्किल से उनके दोस्तों ने गंभीर अवस्था में वापस घर लाया.परिजन अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे.लेकिन इसी बीच उसने दम तोड़ दिया.जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया.उन्होंने कम्पनी के मालिक से दूरभाष पर बात कर पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता मुहैया कराने का आग्रह किया.
श्रीमती मुर्मू ने इस घटना पर दुःख जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार नौजवानों को रोजगार दिलाने में विफल साबित हुई है.सरकार के पास प्रवासी मजदूरों का कोई आंकड़ा नहीं है.दूसरे प्रदेश में रोजगार के लिए जाने वाले युवा या तो जान गवां रहे है या फिर लापता हो रहे है.आदिवासी-मूलवासी युवकों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है.*