जिला उपायुक्त ने सरकारी विद्यालयों में वर्ग 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए “100 Days FLN Campaign” का किया शुभारंभ
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में राष्ट्रीय पोषण माह-2022 अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त द्वारा जिले में डिजीटल झारखंड सप्ताह का किया गया शुभारंभ
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में राष्ट्रीय पोषण माह-2022 अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
जिला उपायुक्त ने सरकारी विद्यालयों में वर्ग 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए “100 Days FLN Campaign” का किया शुभारंभ, कहा- अभियान के तहत कार्टून, खेल, ड्राइंग आदि के माध्यम से बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा
बच्चों में बोलने, पढ़ने, लिखने और समझ विकसित करने लिए यह अभियान काफी अहम, अभियान की समाप्ति पर थर्ड पार्टी से कराया जाएगा मूल्यांकन:श्रीमती विजया जाधव, जिला उपायुक्त
▪️जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार प्रत्येक माह के चौथे शनिवार को कक्षा 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए घोषित किया गया “No Bag Day”, उस दिन Show & Tell activity, Number Games ईत्यादि गतिविधियों में भाग लेंगे बच्चे
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा जिले में 100 दिवसीय FLN(Foundation Literacy and Numeracy- मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता) अभियान का शुभारंभ किया गया । इस मौके पर जिला उपायुक्त ने कहा कि मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (Foundation Literacy and Numeracy–FLN) को भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत लागू किया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य वर्ष 3 से 9 तक के आयु वर्ग के सभी बच्चों का समग्र विकास करना है। कक्षा 1 से कक्षा 3 तक के बच्चों को सरल वाक्यों को पढ़ने और बुनियादी गणित की समस्याओं को हल करने में यह अभियान काफी सार्थक होगा । इस कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को कार्टून, खेल, ड्राइंग आदि के माध्यम से सिखाया जाना है जिससे बच्चो में पढ़ाई की ओर रूचि बढ़े ताकि बच्चे और अधिक मन लगाकर सीखें जिससे उनमें मानसिक, शारीरिक, सीखने की कला का विकास हो सके ।
*”100 Days FLN Campaign” के अंतर्गत गतिविधि संचालन को लेकर दिए गए कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश निम्नवत हैं-*
1. कक्षा 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के लिए FLN कार्यक्रम के अंतर्गत हिन्दी, अंग्रेजी एवं गणित के शिक्षक हैंडबुक के अंत में उल्लेखित मूल्यांकन प्रपत्र के आधार पर सभी नामांकित छात्र-छात्राओं का विशेष बेसलाईन मूल्यांकन 03 दिनों के अंदर किया जाना है तथा संबंधित प्रतिवेदन को गूगल फार्म के माध्यम से जिला को उपलब्ध कराना है। बेसलाईन मूल्यांकन की कॉपियों को वर्गवार फोल्डर तैयार कर सुरक्षित रखना है।
2. शिक्षक हैंडबुक का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करना है। वर्गवार, विषयवार उपलब्ध कराये गये हैंडबुक में प्रत्येक विषय हेतु लगभग 90-100 पाठ – योजना तैयार कर उपलब्ध करायी गयी है। संबंधित पाठ-योजना का आगामी 10 दिनों में अनुपालन कर वर्ग संचालन किया जाना है। पाठ योजना के अनुसार गतिविधियां भी संचालित की जानी है।
3. शिक्षक हैंडबुक में उल्लेखित सभी पाठ-योजना का क्रियान्वयन आगामी 100 दिनों में पूरा करना है। संबंधित कार्यदिवस की कार्ययोजना के अनुरूप ही बच्चों के वर्कबुक में कार्य कराया जाना है।
3. प्रत्येक दिन विद्यालय के रुटीन में 01 पुस्तकालय घंटी का समावेश प्रत्येक कक्षा के लिए आवश्यक रूप से किया जाना है जिससे बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित हो सके।
4. सभी स्तर पर कार्यक्रम के क्रियान्वयन का अनुश्रवण किया जाएगा।
5. एस.एम.सी की बैठक के साथ प्रत्येक माह विद्यालय स्तरीय FLN कमिटि की बैठक सुनिश्चित जायेगी। उसी प्रकार प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में प्रखंड स्तरीय FLN कमिटि की मासिक बैठक की जायेगी।
6. प्रत्येक स्तर पर दक्षता संवर्धन के लिए भी CRP, BRP, मास्टर ट्रेनर एवं सभी विद्यालयों जिसमें वर्ग 1 से 3 के कक्षा संचालित हैं, वहां के 2-2 शिक्षकों का 01 दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण प्रखंड संसाधन केन्द्र में कराया जाना है।
7. प्रत्येक माह के 4th शनिवार को विद्यालय स्तर पर 1 से 3 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए “No Bag Day” रहेगा । उस दिन सभी विद्यार्थी प्रत्येक विषय में Show & Tell activity, Number Games ईत्यादि गतिविधियों में भाग लेंगे ।
जिला उपायुक्त द्वारा आगामी 100 दिनों में राज्य स्तरीय मॉडयूल का अनुपालन करते हुए FLN अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया गया ताकि वर्ग 1 से 3 में अध्ययनरत बच्चों को उनकी कक्षा के अनुरूप दक्षता हासिल करायी जा सके । इस अवसर पर निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती निर्मला बरेलिया, जिला शिक्षा अधीक्षक सुश्री निशु कुमारी, बीईईओ तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद रहे ।
जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त द्वारा जिले में डिजीटल झारखंड सप्ताह का किया गया शुभारंभ
▪️05-11 सितंबर तक प्रत्येक दिवस को सी.एस.सी द्वारा प्रदत्त विभिन्न सेवाओं को लक्षित कर उनके संबंध में जानकारी आमजनों तक पहुंचाई जाएगी
जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा जिले में ‘डिजिटल झारखंड सप्ताह’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप प्रसाद, अपर उपायुक्त श्री सौरभ सिन्हा, डी.आई.ओ मौजूद रहे। इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से सी.एस.सी द्वारा प्रदत्त सेवाओं की जानकारी आमजनों तक पहुंचाने हेतु 05.09.2022 से 11.09.2022 तक प्रत्येक दिवस को विभिन्न सेवाओं को लक्षित कर इन सेवाओं के संबंध में जानकारी आम नागरिकों को उपलब्ध कराया जायेगा।
डिजिटल झारखंड सप्ताह के दौरान दिवसवार प्रदान की जाने वाली सेवाएं इस प्रकार है-
1. पहला दिन(5 सितंबर)- डिजिटल झारखंड जागरूकता कार्यक्रम एवं G2C सेवाएं जिसमें झार सेवा प्रमाण पत्र सेवाएं, पीएम-किसान, आधार सेवाएं, झारखंड राज्य फसल राहत योजना, आयुष्मान भारत कार्ड, ई-श्रम कार्ड, इत्यादि सेवाओं को आमजनों तक पहुंचाया जा रहा है।
2. दूसरा दिन(6 सितंबर)- G2C सेवाएं और कृषि सेवाएं जिसमें नागरिकों को पीएम-किसान, जेकेआरएमवाई, जेआरएफआरवाई, नैनो यूरिया, एफपीओ, एग्रोमेट, सीएससी-एग्री इत्यादि सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
3. तीसरा दिन(7 सितंबर)- G2C सेवाएं और वित्तीय समावेशन सेवाएं जिसमें डीजीपे, बैंकिंग, इंश्योरेंस, पेंशन, पीएमएसबीवाय, पीएमजेजेबीवाई, ऐपीवाई आदि जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी।
4. चौथा दिन(8 सितंबर)- G2C सेवाएं और शिक्षा सेवाएं जिसमें पीएमजीदिशा , बीसीसी, सीसीसी, सीएससी एकेडमी, बीसीआईटी, सीएससी बाल विद्यालय ओलंपियाड 3.0, इत्यादि सेवाओं को नागरिकों तक पहुंचाया जायेगा।
5. पांचवा दिन(9 सितंबर)- G2C सेवाएं और टेली सेवाएं जिसमें टेली लॉ, टेलीमेडिसिन(मनुष्यों और पशुओं के लिए) इत्यादि सेवाएं प्रदान की जायेगी।
6. छठा दिन(10 सितंबर)- G2C सेवाएं एवं यूटिलिटी बिल भुगतान और टूर एंड ट्रैवल्स, जिसमें बीबीपीएस बिल भुगतान, आईआरसीटीसी, बस एवम फ्लाइट टिकट बुकिंग, इत्यादि सेवाओं को लक्षित किया जाएगा।
7. सातवां दिन(11 सितंबर)- G2C सेवाएं और ग्रामीण ई- स्टोर सेवाएं प्रदान की जायेगी।
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में राष्ट्रीय पोषण माह-2022 अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में राष्ट्रीय पोषण माह-2022 अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती बारी मुर्मू, उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप प्रसाद, जिला परिषद उपाध्यक्ष श्री पंकज, जिला परिषद के सभी सदस्यगण, जिला पंचायती राज पदाधिकारी डॉ रजनीकंत मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सत्या ठाकुर, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी डॉ चंचल कुमारी मौजूद रहीं।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह 2022 में किए जाने वाले कार्यक्रमों को सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 के नाम से जाना जाएगा। इसके अनुरूप पोषण पंचायतों को एक्टिवेट करने की योजना है जिसमें ग्राम पंचायत प्रतिनिधि की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
1. राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का थीम-
* महिला एवं स्वास्थ्य
* बच्चा एवं शिक्षा -पोषण भी पढ़ाई भी
* जल संरक्षण एवं प्रबंधन
* जनजातीय क्षेत्रों में महिला एवं बच्चों के पारंपरिक खाद्य के संबंध में है।
2. उन्मुखीकरण कार्यशाला में माह-सितम्बर 2022 में आयोजित किए जाने वाले सभी गतिविधियों के संबंध में संक्षिप्त विवरण दी गई साथ ही पोषण माह 2022 का कैलेंडर उपस्थित सभी सदस्यगणों को उपलब्ध कराया गया।
3. जिला एवं प्रखंड स्तर पर आयोजित किए जाने वाले पोषण पंचायत, योगा सत्र, पौधारोपण/ पोषण वाटिका एवं अन्य सभी महत्वपूर्ण तथ्यों के संबंध में भी जानकारी दी गई।
4. राष्ट्रीय पोषण माह 2022 में जिला, परियोजना, गांव/ आंगनबाड़ी स्तर पर पोषण माह में आयोजित किए जाने वाले गतिविधियों में सभी जनप्रतिनिधियों की भागीदारी की अपील की गई।
उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप प्रसाद की अध्यक्षता में नशा मुक्त भारत अभियान हेतु बैठक का आयोजन किया गया।* बैठक में नशा मुक्त भारत अभियान के लिए एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किए जाने का निर्णय लिया गया। कार्यशाला में विभिन्न कॉलेजों के NCC, NSS, NYK के 2-2 विद्यार्थियों, प्रतिनियुक्त नोडल शिक्षकों एवं अभिभावकों को तथा प्रत्येक परियोजना से (एक एक बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका), गैर सरकारी संस्थानों को जोड़ा जाएगा। कार्यशाला के माध्यम से नशा मुक्त भारत अभियान हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे अपने अपने कार्य क्षेत्रों में नशा मुक्त भारत अभियान के उद्देश्य को पूर्ण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। कार्यशाला उपरांत बच्चों और किशोरों को जागरूक किया जा सके।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी कॉलेजों में Tobacco free Institution बनाने हेतु एक नोडल शिक्षक प्रतिनियुक्त है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सर्वप्रथम कॉलेज के विद्यार्थियों को नशा मुक्त भारत अभियान से जोड़ा जाएगा। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं जेएसएलपीएस के द्वारा विभिन्न प्रस्तुति एवं पीपीटी के द्वारा नशा के दुष्परिणामों संबंधी बातों को बताया जाएगा।
बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला समन्वय समिति- झारखण्ड, स्वास्थ्य विभाग, गैर सरकारी संस्था-श्रमजीवी महिला के प्रतिनिधि, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी इत्यादि उपस्थित रहे।