नई दिल्ली. लगता है महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. प्रदेश के आला नेताओं के बीच हाई प्रोफाइल बैठकों का दौर जारी है, भाजपा लगातार प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है, ऐसे में राहुल गांधी ने एक बड़ा बयान दिया है. राहुल का कहना है कि कांग्रेस, महाराष्ट्र में केवल उद्धव ठाकरे सरकार को सपोर्ट कर रही है और इस सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है. श्री गांधी ने एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कांग्रेस पार्टी पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पुड्डुचेरी में सरकार चला रही है और फैसले ले रही है, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसा नहीं है. सरकार चलाने और किसी सरकार को समर्थन देने में फर्क है. दरअसल, राहुल से पूछा गया था कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण क्यों नहीं रुक रहा है.
राहुल गांधी का बयान ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले ही भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की है और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. इसके बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने आधी रात को उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. वहीं शरद पवार ने भी राज्यपाल से मुलाकात की. एक के बाद एक मुलाकातों के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र में सब कुछ ठीक है.
उद्धव सरकार पर कोई संकट नहीं : राउत
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे सरकार को कोई संकट नहीं है. हालांकि समय-समय पर तीनों दलों के मतभेद साफ झलकते रहे हैं. राकांपा के पास गृह मंत्रालय है और वह गठबंधन में सब पर हावी है. खुद उद्धव ठाकरे अपने हावभाव से इसके मामले में अपनी मजबूरी जाहिर कर चुके हैं. वहीं कांग्रेस नेताओं की शिकायत है कि सरकार में उनकी कोई नहीं सुनता है. खुद उद्धव ठाकरे बड़े फैसले लेने से पहले कांग्रेस नेताओं की राय नहीं लेते हैं. ऐसे में कांग्रेस के लिए गठबंधन में बना रहना मुश्किल हो रहा है. महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता यह बात केंद्रीय नेतृत्व तक कई बार पहुंचा चुके हैं, लेकिन वहां से भी कोई रिस्पांस नहीं मिला.