CII झारखंड सेफ्टी टॉक 2024:सुरक्षित भविष्य की दिशा में” विषय पर CII झारखंड सेफ्टी टॉक का आयोजन किया गया
राष्ट्र संवाद संवाददाता
CII झारखंड द्वारा “समान और सतत रणनीतियाँ: सभी के लिए एक सुरक्षित भविष्य की दिशा में” विषय पर CII झारखंड सेफ्टी टॉक का आयोजन किया गया। इस आयोजन में प्रख्यात नेताओं ने AI/ML और डिजिटल तकनीकों के माध्यम से सुरक्षा प्रक्रियाओं में क्रांति लाने की संभावनाओं पर चर्चा की। ऊँचाई पर काम करने के सर्वोत्तम अभ्यासों पर जोर दिया गया ताकि जोखिम कम किया जा सके। इसके अलावा, कर्मचारी स्वास्थ्य और कल्याण को सतत प्रथाओं और मानसिक स्वास्थ्य सहायता के माध्यम से बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। साथ ही, सिटी गैस वितरण प्रणालियों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल पर चर्चा हुई ताकि सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
श्री मनीष सिन्हा, मुख्य निरीक्षक, फैक्ट्रियों, टाटा स्टील लिमिटेड, भारत सरकार ने कहा कि सुरक्षा दो चरणों में निर्भर करती है: इसकी प्रतिबद्धता और लक्षित, प्रभावी प्रयास। उन्होंने बताया कि 50-60% दुर्घटनाएँ मजबूत SOPs, प्रशिक्षण और मशीन रखरखाव के साथ रोकी जा सकती हैं। टाटा स्टील के अधिग्रहण के बाद से अब तक कोई भी घातक दुर्घटना नहीं हुई है, जो एक सुरक्षा केंद्रित संस्कृति के प्रभाव को दर्शाता है। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं से औद्योगिक क्षेत्रों का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि सच्ची सफलता में दूसरों को सशक्त बनाना और सुरक्षित, आधुनिक कार्य वातावरण का समर्थन करना शामिल है।
श्री नीरज सिन्हा, संयोजक, CII झारखंड सेफ्टी पैनल एवं मुख्य सुरक्षा अधिकारी, टाटा स्टील लिमिटेड ने कहा कि “सुरक्षा सभी के लिए आवश्यक है।” उन्होंने सुरक्षा हस्तक्षेपों को लागू करने में मानव व्यवहार की समझ की जटिलता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा जागरूकता घर से शुरू होनी चाहिए, शैक्षणिक संस्थानों तक विस्तारित होनी चाहिए, और कार्यस्थल पर संपन्न होनी चाहिए। उन्होंने शून्य दुर्घटनाओं को संगठनों के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य बताते हुए कहा कि सुरक्षा पहलों के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने वाले कल्याण कार्यक्रमों की भी आवश्यकता है।
श्री तपस साहू, पूर्व अध्यक्ष, CII झारखंड राज्य परिषद एवं प्रबंध निदेशक एवं CEO, हाईको इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड ने स्वागत भाषण के साथ सत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा जागरूकता औद्योगिक संचालन के लिए मौलिक है, भारत में सड़क दुर्घटनाओं की उच्च दर पर विशेष चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 90% दुर्घटनाएं मानवीय त्रुटियों के कारण होती हैं, जिससे सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है। अपने अभिनव सुरक्षा प्रबंधन दृष्टिकोण का परिचय देते हुए उन्होंने “चेकलिस्ट, चैम्पियंस और कंपनी विजिट्स: एक सुरक्षा त्रिफला” का नारा दिया, जिसमें प्रभावी सुरक्षा प्रबंधन के तीन स्तंभों को रेखांकित किया।
श्री सुवेंद्र कुमार बेहेरा, अध्यक्ष, CII पूर्वी क्षेत्र एवं उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, RSB ट्रांसमिशन (I) लिमिटेड ने डिजिटल सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, और शहरी वातावरण में स्वास्थ्य और सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि MSME में सुरक्षा का महत्व केवल अनुपालन से अधिक है; इसमें मोबाइल उपयोग पर प्रतिबंध भी शामिल है।
सत्र में अपने विचार साझा करने वाले अन्य प्रमुख वक्ताओं में श्री धरणेश कोगंती, पूर्वी क्षेत्रीय प्रमुख – नेत्राडाइन टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड; श्री सुनील अर्जुन भालेराव, कॉर्पोरेट प्रमुख – SHE, वोल्टास लिमिटेड; सुश्री स्वाति तिवारी, संस्थापक, आर्कटुरस बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड; श्री अनुप एस एस, प्रमुख – वीडियो एनालिटिक्स एवं मशीन विजन AI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, टाटा एलेक्सी लिमिटेड; और अन्य प्रमुख शामिल रहे।
CII झारखंड सेफ्टी टॉक एक सम्मेलन और प्रदर्शनी दोनों के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें 250 से अधिक प्रतिनिधि और 40 से अधिक प्रदर्शक शामिल हुए। इस आयोजन में ऊंचाई पर सुरक्षित कार्य करने की रणनीतियों, कार्यस्थल में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ाने, और सतत स्वास्थ्य प्रथाओं के कार्यान्वयन पर चर्चा की गई।