जुगसलाई व आसपास के क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी मांग जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज के उद्घाटन होते ही रेलवे द्वारा रेलवे फाटक बंद किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन शुरू कर दिया है जहां फुट ओवर ब्रिज की मांग को लेकर जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुगसलाई रेलवे फाटक के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया
लगभग 100 वर्षों से जुगसलाई रेलवे ओवरब्रिज की मांग की जा रही थी ताकि लाखों लाख आबादी को जाम की समस्या से निजात मिले राज्य के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जुगसलाई रेलवे ओवर ब्रिज का उद्घाटन कर इस रेलवे ओवरब्रिज को जनता के सुपुर्द कर दिया उद्घाटन होते ही रेलवे द्वारा रेलवे फाटक को दोनों तरफ से सील कर दिया गया ताकि वाहनों की आवाजाही के साथ-सथ पैदल भी लोग रेलवे फाटक पार ना कर सके इधर रेलवे द्वारा रेलवे फाटक सील किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपना आक्रोश जाहिर किया है कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि रेलवे द्वारा वादा किया
गया था कि जब तक रेलवे फुट ओवर ब्रिज नहीं बनेगा तब तक रेलवे फाटक को बंद नहीं किया जाएगा बावजूद इसके रेलवे द्वारा रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया जिससे गरीब मजदूर तबके के लोगों महिलाओं और छात्रों को पैदल आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इन समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्टी ने जुगसलाई रेलवे फाटक के निकट एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जिसका नेतृत्व जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे कर रहे थे मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा वादाखिलाफी किया जा रहा है रेलवे द्वारा आश्वस्त किया गया था कि जब तक
फुटओवर ब्रिज नहीं बनेगा तब तक रेलवे फाटक नहीं बंद किया जाएगा और अचानक से रेलवे द्वारा रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया जिससे पैदल जाने वाले लोगों को लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है ऐसे में महिलाओं बच्चों मजदूर वर्ग के लोग गरीब लोगों को काफी परेशानी हो रही है, कुछ लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे फाटक पार कर रहे हैं ऐसे में अगर दुर्घटना होती है तो उसका जिम्मेदार रेलवे होगा उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो चक्रधरपुर डिवीजन के डीआरएम का घेराव कर अपने आंदोलन को तेज किया जाएगा
आनंद बिहारी दुबे जिला अध्यक्ष