Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने इंजीनियरिंग और टेक संस्थानों के लिए तय किया रिवाइज्ड फी स्ट्रक्चर
    Breaking News Headlines

    अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने इंजीनियरिंग और टेक संस्थानों के लिए तय किया रिवाइज्ड फी स्ट्रक्चर

    Devanand SinghBy Devanand SinghApril 11, 2022No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    नई दिल्ली. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को रिवाइज्ड फी स्ट्रक्चर भेज दिया है, जिसमें ‘मिनिमम फी’ का प्रस्ताव भी शामिल है. एआईसीटीई के इस कदम के बाद इंजीनियरिंग और तकनीकी संस्थानों द्वारा लिए जाने वाले ट्यूशन फी की सीमा में बदलाव होना तय माना जा रहा है. यह संशोधन 7 साल बाद आया है. इससे पहले एक विशेषज्ञ समिति ने संस्थान ‘ट्यूशन फी’ के रूप में कितना शुल्क ले सकते हैं, इसकी अपर लिमिट निर्धारित करने की सिफारिश की थी. लेकिन अब तक ‘ट्यूशन फी’ की लोवर लिमिट निर्धारित नहीं की गई थी.

    एआईसीटीई की कार्यकारी समिति ने 10 मार्च को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बीएन श्रीकृष्ण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शुल्क समिति की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी और इसे शिक्षा मंत्रालय को भेज दिया, जो इसकी जांच कर रहा है. समिति ने शिक्षा मंत्रालय को प्रस्ताव दिया है कि अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के मामले में, वार्षिक न्यूनतम शुल्क 79,000 रुपये से कम नहीं हो सकता है, जबकि अधिकतम शुल्क सीमा 1.89 लाख रुपये तक सीमित की गई है. अप्रैल 2015 में प्रस्तुत अपनी पिछली रिपोर्ट में, समिति ने सुझाव दिया था कि 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए अधिकतम शुल्क 1.44 लाख रुपये से 1.58 लाख रुपये प्रति वर्ष तय किया जाए.
    अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के संशोधित फी स्ट्रक्चर को लागू करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के साथ-साथ राज्य सरकारों की अनुमति की आवश्यकता होगी. वर्षों से ‘मिनिमम फी कैप’ के अभाव में कई निजी इंजीनियरिंग कॉलेज एआईसीटीई में ‘ट्यूशन फी’ की निचली सीमा निर्धारित करने के लिए आवेदन कर रहे थे. प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों ने एआईसीटीई को भेजे अपने आवदेशन में तमिलनाडु और तेलंगाना में अधिकारियों पर अव्यवहारिक न्यूनतम शुल्क सीमा तय करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इससे दिन-प्रतिदिन के कामकाज में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.

    इसके बाद केंद्र सरकार ने श्रीकृष्ण समिति से इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम शुल्क सीमा के साथ-साथ शुल्क संरचना पर नए सिरे से विचार करने का अनुरोध किया था. श्रीकृष्ण समिति की नई सिफारिशों में इंजीनियरिंग (डिप्लोमा) के लिए अधिकतम (1.4 लाख रुपये प्रति वर्ष) और न्यूनतम (67,000 रुपये) शुल्क के साथ अप्लायड आर्ट एंड डिजाइन के लिए भी अधिकतम और न्यूनतम शुल्क निर्धारित किया गया है. पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के मामले में, अधिकतम और न्यूनतम शुल्क क्रमशः 3.03 लाख रुपये और 1.41 लाख रुपये प्रस्तावित किया गया है.

    टीएमए पाई फाउंडेशन मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आधार पर तकनीकी शिक्षा के व्यावसायीकरण को रोकने संबंधी दिशानिर्देश निर्धारित करने के लिए श्रीकृष्ण समिति का गठन किया गया था. तब अदालत ने फैसला सुनाया था कि तकनीकी शिक्षा के व्यावसायीकरण को रोकने के लिए, निजी संस्थानों द्वारा ली जाने वाली फीस राज्य सरकारों द्वारा तय की जानी चाहिए, जब तक कि राष्ट्रीय स्तर की फीस निर्धारण समिति अपनी सिफारिशें नहीं देती. एआईसीटीई अधिनियम की धारा 10 में कहा गया है कि परिषद ट्यूशन और अन्य शुल्क वसूलने के लिए मानदंड और दिशानिर्देश तय कर सकती है.

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleपाकिस्तान से बाहर भी पहुंची सियासी लड़ाई, लंदन में भिड़े इमरान और नवाज के समर्थक
    Next Article मुख्यमंत्री खट्टर का ऐलान: पेंशन व राशन कार्ड की होगी होम डिलीवरी

    Related Posts

    आपसी वर्चस्व को लेकर ट्रिपल हत्या

    May 24, 2025

    सोना देवी विश्वविद्यालय के छात्र देवऋषि कश्यप गणतंत्र दिवस आरडीसी कैंप के लिए चयनित

    May 24, 2025

    टाटा स्टील कर्मी कैंसर पीड़ित कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी व दो बेटियों सहित फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

    May 24, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    आपसी वर्चस्व को लेकर ट्रिपल हत्या

    सोना देवी विश्वविद्यालय के छात्र देवऋषि कश्यप गणतंत्र दिवस आरडीसी कैंप के लिए चयनित

    टाटा स्टील कर्मी कैंसर पीड़ित कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी व दो बेटियों सहित फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

    डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी जमशेदपुर झारखंड द्वारा प्रस्तुत राशिफल क्या कहते हैं आपके सितारे देखिए अपना राशिफल

    किशोरों में बढ़ रही हिंसक प्रवृत्ति गंभीर चुनौती : ललित गर्ग

    बड़वा गांव की हवेलियों में इतिहास की गूंज: ठाकुरों की गढ़ी से केसर तालाब तक

    ऑपरेशन सिंदूर पर उमर अब्दुल्ला, थरूर और ओवैसी का सरकार के साथ स्टैंड होना कई मायनों में महत्वपूर्ण

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    निजी नर्सिंग होम माफिया के कारण बंद होने के कगार पर आयुष्मान योजना

    बकरी चोरी के आरोपी दो युवकों को लाठी और रॉड हुई धुनाई पुलिस ने बचाई जान

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.