युवा आजकल कई तरह के बिजनेस कर रहे हैं और कई तो उनमें उम्मीद से बढ़कर सफलता भी अर्जित कर रहे हैं. यदि आप भी कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो अपनी हथेली में बनने वाले कुछ शुभ योगों का अध्ययन जरूर किसी अच्छे हस्तरेखा विद्वान से करवा लें. आपको सही बिजनेस चुनने में सहायता मिलेगी. वैदिक ज्योतिष की तरह हस्तरेखा शास्त्र में भी सैकड़ों योगों का वर्णन मिलता है. ये योग जातक की हथेली में विशेष रेखाओं, पर्वतों, चिन्हों के संयोग से बनते हैं. ऐसा ही एक अत्यंत शुभ योग है बुध योग. बुध का संबंध व्यापार-व्यवसाय से होता है. इसलिए बुध योग यदि किसी जातक की हथेली में बना हुआ है तो वह अपने बिजनेस को ऊंचाई तक पहुंचा सकता है. ऐसा जातक करोड़ों-अरबों रुपए का साम्राज्य खड़ा करके बिजनेस की दुनिया का किंग बन सकता है.
आइए जानते हैं कैसे बनता है बुध योग… ऐसे बनता है बुध योग
हथेली में बुध पर्वत कनिष्ठिका यानी सबसे छोटी अंगुली के नीचे होता है. यदि किसी जातक के दाहिने हाथ में बुध पर्वत पूर्ण विकसित हो और चंद्र पर्वत से धनुषाकार रेखा बुध पर्वत पर पहुंचती हो और वह रेखा मार्ग में कहीं पर भी टूटी हुई या कमजोर न हो, वह रेखा जंजीरदार ना हो, ना बहुत अधिक मोटी और ना बहुत पतली हो. बिलकुल एक समान गहराई और मोटाई वाली लाइन यदि चंद्र पर्वत से बुध पर्वत तक पहुंचे तो बुध योग बनता है.
जिस व्यक्ति के हाथ में बुध योग होता है, वह व्यापार-व्यवसाय में पूर्ण सफलता प्राप्त करता है. चाहे कोई भी बिजनेस हो, वह उसमें जीत हासिल करके उस क्षेत्र का किंग बन सकता है. वह देसी और विदेशी व्यापार से अरबों की संपत्ति अर्जित करता है. ऐसे जातक के जीवन में धन संपत्ति का कोई अभाव नहीं रहता. शारीरिक दृष्टि से भी जातक पूर्णतः स्वस्थ और आकर्षक होता है. ऐसे व्यक्ति की निर्णय क्षमता अत्यंत प्रबल होती है.
यदि इसे अपने बिजनेस के संबंध में कोई निर्णय लेना हो तो देर नहीं करता. ऐसे व्यक्ति के बिजनेस में शत्रु भी बहुत होते हैं, लेकिन वे कुछ बिगाड़ नहीं पाते. कुछ जरूरी बातें इस योग के पूर्ण निर्माण के लिए यह अत्यंत जरूरी है कि बुध पर्वत पूरी तरह विकसित और सीधा ऊपर की ओर विकसित हो. यह न तो सूर्य पर्वत की ओर झुका हुआ हो और ना ही हथेली से बाहर की ओर जाता हो. चंद्र पर्वत से चलने वाली रेखा अत्यंत साफ-सुथरी, बिना कटी-फटी, लहरदार ना हो. इस रेखा पर कोई तिल या अन्य चिन्ह भी नहीं होना चाहिए.
रेखा पर यदि किसी स्थान पर तिल हो तो ऐसा जातक पहले तो बिजनेस में सफल हो ही नहीं सकता और यदि हो भी जाए तो वह स्वयं अपने बिजनेस को नुकसान पहुंचाता है और दिवालिया हो जाता है.
Acharya M.K.Mishra