प्रधानमंत्री मोदी को सदन के साथ-साथ पूरे देश ने सराहा
देवानंद सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में कई बार भावुक हुए मौका था विपक्ष के कांग्रेश सांसद गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों की विदाई का ,प्रधानमंत्री मोदी ने गुलाम नबी आजाद के जज्बे को सैल्यूट भी किया, प्रधानमंत्री मोदी ने यह कह कर एक नई परंपरा के शुरुआत की है की मुझे पूरा विश्वास है नवी साहब की सौम्यता नम्रता और देश के लिए कुछ कर गुजरने की उनकी कामना उन्हें चैन से बैठने नहीं देगी वह जो भी दायित्व संभालेंगे देश उससे लाभान्वित होगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कथन से विपक्ष को भी सीख लेने की जरूरत है और राजनीति के गिरते स्तर को बचाने की चाहत सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष की जवाबदेही भी बनती है सत्ता पक्ष हो या विपक्ष प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य के बाद मंत्रमुग्ध नजर आए
गुलाम नबी आजाद के आदर्शों को कांग्रेस अगर आत्मसात करती है तो आने वाले दिनों में पार्टी में एक बार फिर से जान फुकी जा सकती है देश के विकास के लिए विपक्ष का होना भी जरूरी है राजनीत हो नोकझोंक हो, मतभेद हो परंतु मनभेद ना हो स्वस्थ राजनीति के यही परंपरा कायम हो प्रधानमंत्री मोदी ने एक अच्छी परंपरा की शुरुआत की है जिसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है
राजनीति में मर्यादा का पालन आवश्यक होता है लेकिन आजकल राजनीति में मर्यादा समाप्त करना एक दूसरे को नीचा दिखाना आम बात हो गई है इन सब हरकतों को स्वस्थ राजनीति के लिए बंद करना आवश्यक है राजनीति के गिरतेे स्तर को प्रधानमंत्री ने एक नई दिशा देने की कोशिश की है इसे राजनेताओंं को समझने की जरूरत है