नई दिल्ली: भारत सरकार ने कूटनीतिक स्तर पर बड़ी कामयाबी हासिल की हैं. म्यांमार सरकार ने शुक्रवार को भारत में मोस्टवांटेड 22 उग्रवादियों को सौंपे दिया हैं. भेजे इन उग्रवादियों में NDFB(S), UNLF, PREPAK (Pro), KYKL, PLA and KLO के संबंध रखने वाले हैं. इन को मणिपुर और असम पुलिस को सौंपा गया हैं. देश की आतंरिक सुरक्षा की दृष्टि से यह बड़ी क़ामयाबी हैं. सौंपे गए उग्रवादियों में से 10 मणिपुर पुलिस में मोस्टवांटेड थे. वहीं शेष असम में के थे.नॉर्थ ईस्ट में हिंसा फ़ैलाने के कई मामले दर्ज हैं. इन सभी को विशेष विमान से भारत लाया गया हैं. जहां इन सभी को क्वारंटाइन में 14 दिन रखा जाएगा. उग्रवादियों को भारत वापिस लाने का पूरा ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से नेतृत्र्व पर चला हैं. सरकार ने लगातार म्यांमार सरकार को पत्र लिख कर इन लोगों को सौपने को कहा.वहीं एक अधिकारी ने बताया यह पहला मौका है जब म्यांमार ने ने उग्रवादियों को भारत को सौंपा हैं. उग्रवादियों को ख़ात्मे को लेकर म्यांमार और भारतीय सेना पिछले एक साल से मिलकर काम कर रही हैं. भारतीय सेना द्वारा दिए जानकरी के बाद म्यांमार की सेना लगातार उग्रवादियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने में लगे हैं.