गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर घातक को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने 14 और 15 नवंबर को स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है. उधर दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने भी दिल्ली के स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद रखने की घोषणा की है. सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा है, उत्तर भारत में पराली प्रदूषण के कारण बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल और परसों गुरुवार एवं शुक्रवार तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया है.नेत्ररोग विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी (NCR) में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने से लोग एलर्जी, आंखों में जलन और खुजली सहित कई तरह की समस्याएं लेकर उनके पास पहुंच रहे हैं. आंख रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है. दिल्ली नेत्र केंद्र और सर गंगाराम अस्पताल के एक नेत्ररोग विशेषज्ञ इकेडा लाल के अनुसार, आंखों में एलर्जी और इससे संबंधित अन्य समस्याओं का प्रमुख कारण हवा में धूल और धुआं की मात्रा अधिक होना है.लाल ने कहा, हम आंखों का लाल होना, खुजली, पानी आने की शिकायत के साथ आने वाले रोगियों की संख्या में वृद्धि देख रहे हैं. आंखों में सूखापन वाले मरीजों को उच्च प्रदूषण के चलते अधिक सूखापन महसूस हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि आंखों की समस्या के साथ आने वाले मरीजों की संख्या में नेत्र रोग विशेषज्ञों को 30 से 35 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है.एम्स में नेत्र रोग विशेषज्ञ के शिक्षक राजेश सिन्हा ने कहा, बढ़ते प्रदूषण के कारण सूखी आंख और नेत्र संबंधी एलर्जी की घटनाओं में वृद्धि हुई है. सूखापन और एलर्जी से ग्रस्त होकर कई सामान्य आंखों में भी इसके चलते असुविधा पैदा हो रही है और आंखों में परेशानियां आने की शिकायतें बढ़ाती जा रही हैं.