ईडी के सामने योगेन्द्र तिवारी ने शराब के खेल में शामिल सिंडिकेट की पूरी पोल खोल दी
ईडी के सामने योगेन्द्र तिवारी ने शराब के खेल में शामिल सिंडिकेट की पूरी पोल खोल दी है. ईडी की जांच में पता चला है कि झारखंड में शराब के थोक कारोबार पर कब्जा करने के लिए राजनेताओं और कारोबारियों की 38 कंपनियों के जरिए 58 कंपनियां बनाई गईं. करोड़ों की उगाही हुई. सारा पैसा योगेन्द्र तिवारी के माध्यम से ही जमा किया गया
ईडी को मिले तथ्यों के मुताबिक ज्यादातर रकम जून 2021 में कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने वाली कंपनियों के खातों में ट्रांसफर की गई. योगेन्द्र को सबसे ज्यादा 10.50 करोड़ रुपये कोलकाता के डालमिया ग्रुप ने 15 जून और 24 जून 2021 को भेजे. 23 अगस्त को ईडी ने डालमिया ग्रुप के मनीष कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. जिन लोगों से पैसे जमा कराए गए थे,
उनमें 22 कंपनियां और 16 व्यक्ति शामिल हैं. कई कंपनियां राज्य के कुछ विधायकों और बड़े राजनेताओं से सीधे तौर पर जुड़ी हुई हैं. ये पैसे उन कंपनियों को लाइसेंस हासिल करने के लिए ट्रांसफर किए गए थे, जिन्हें शराब का थोक कारोबार हासिल हुआ था.