नहीं मिली एंबुलेंस, निजी गाड़ी से भेजा गया मरीज
कुंडहित, प्रतिनिधि।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंडहित की व्यवस्था भगवान भरोसे हो गई है। आदिम जनजाति के लाचार रोगी को भी एंबुलेंस नहीं मिल पाने का मामला सामने आया है। बीमार पड़े लायकापुर के रहने वाले सुधीर पहाड़िया को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक द्वारा रविवार को 12 बजे रेफर किया गया लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 घंटे बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई। बताया जा रहा है कि कुंडहित सीएचसी में तीन एंबुलेंस है विधायक निधि से एक एंबुलेंस है और दो 108 का एंबुलेंस है। एक 108 एंबुलेंस को जामताड़ा सदर भेज दिया गया है। और दूसरा 16 दिनों से खराब पड़ी हुआ है। विधायक निधि के एंबुलेंस में ड्राइवर नहीं है। मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय भाजपा नेत्री बिथिका झा ने गाड़ी भाड़ा कर मरीज को सिउड़ी सदर अस्पताल भेजा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुंडहित में फिलहाल काम का एक भी एम्बुलेंस नहीं है ड्राइवर भी नहीं है अस्पताल की व्यवस्था बहुत ही खराब है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के स्पीकर महोदय के क्षेत्र के मरीज लाचार हो रहे है गरीब असहाय बीमारो को भाड़ा देकर जाना पड़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि यहां पेयजल की भी कोई व्यवस्था नहीं है। वर्षो से अस्पताल का दो चापाकल और एक सोलर जलमीनर खराब पड़ा हुआ है। बाह्य रोगियों को पेयजल की भारी दिक्कत हो रही है।
कुंडहित सीएचसी का यह अजीबोगरीब मामला नया नहीं है बल्कि इससे पहले कई बार इस तरह का मामला देखने को मिला है।एकबार मरीज को ऑपरेशन करने के बाद स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हुआ था।उसी तरह एक गर्भवती महिला को भी सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाने के कारण पेट में ही बच्चा की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से उम्मीद है इस सीएचसी पर ध्यान जरूर देंगे।
फोटो : निजी गाड़ी से रोगी को भेजती भाजपा नेत्री।
फोटो : खराब पर एंबुलेंस।
फोटो : ड्राइवर के अभाव में बेकार हुआ एम्बुलेंस।