संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय युवा समाजसेवी विकास कुमार दुबे ने मंगलवार को जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत बलियारी, पतीला, गाड़ाखुर्द सहित विभिन्न पंचायतों का दौरा किया। इस दौरान बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्या सुनने के पश्चात उन्होंने पीड़ित लोगों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया। वहीं भीलमा व शिवरी अर्थात दो गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की पुलिया बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस कारण से उक्त दोनों गांव के लोगों का आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया है।
जहां पहुंचकर युवा समाजसेवी विकास दुबे ने क्षतिग्रस्त पुलिया का निरीक्षण किया। वहीं सैकड़ों ग्रामीणों के आग्रह पर श्री दुबे ने 24 घण्टे के भीतर अपने निजी खर्च से बाधित उक्त सड़क को दुरुस्त करवाने का आश्वासन दिया। ताकि लोगों का आवागमन बाधित न हो। इसके बाद वे नारायणपुर गांव पहुंचे, जहां सैकड़ो की संख्या में स्थानीय लोगों ने उनसे शिकायत की कि उक्त गांव में बने पुलिया के संवेदक अमृत शुक्ला द्वारा पुल निर्माण से पूर्व पीडब्ल्यूडी द्वारा 27 लाख की लागत राशि से डायवर्सन का निर्माण कराया गया था। निर्माण के पश्चात संवेदक द्वारा ना तो डायवर्शन को हटवाया गया और न ही पुल निर्माण के क्रम में मिट्टी की साफ-सफाई की गई। परिणाम स्वरूप पंडी नदी के पानी का निकासी उक्त पुल से नहीं हो सका, जिससे तीन पंचायत के सैकड़ो किसानों द्वारा लगाए गए हजारों एकड़ में खरीफ की फसलें पूर्ण रूप से बर्बाद हो गई।
इस पर युवा नेता विकास दुबे ने कहा कि यदि संवेदक अमृत शुक्ला द्वारा डायवर्शन को साफ नहीं कराया जाता तो हम उनके इस रवैया को बर्दाश्त भी नहीं करते। चुकी संवेदक की लापरवाही के कारण ही किसानों की कमर टूट गई है। किसान खून पसीना एक कर अपनी खेतों में धान की फसल लगाए हैं। जब फसल तैयार होने के कगार पर पहुंची तो बाढ़ के पानी में डूब कर बर्बाद हो गई। यदि संवेदक द्वारा डायवर्सन को समय रहते हटा दिया जाता तो हजारों एकड़ में लगाई गई फसल बर्बाद नहीं होती। मौके पर अरुण दुबे, रूपेश पांडेय, गाड़ा खुर्द पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह, बलियारी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ललन मेहता, समाजसेवी सत्येंद्र पाल, सत्येंद्र दुबे, राजेश दुबे सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।