जहाँ हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है…
जो कश्मीर हमारा है वो सारा का सारा है …
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और अनुच्छेद 35ए ख़त्म कर विशेष राज्य का दर्ज़ा समाप्त करने की कार्यवाई से देश में ख़ुशी की लहर है। इस आशय में जमशेदपुर में भाजपा समर्थकों और स्थानीय लोगों ने जमकर जश्न मनाया। साकची गोलचक्कर पर तिरंगे ध्वज के साथ ज़ोरदार आतिशबाजी के मध्य भाजपाईयों ने एक दूसरे को मिठाईयां ख़िलाकर बधाई दी। इस दौरान राहगीरों को भी लड्डू ख़िलाकर ख़ुशी का इज़हार किया गया। सोमवार सुबह राज्यसभा में देश के गृह मंत्री ने इस आशय का प्रस्ताव सदन में पेश किया। टीवी चैनलों पर उक्त ख़बर प्रचारित होते ही लोगों ने जश्न मनाने शुरू लर दिए। दोपहर साढ़े बारह बजे से भाजपा समर्थकों ने जमशेदपुर के साकची स्थित गोलचक्कर पर ज़ोरदार आतिशबाजी के बीच जश्न मनाया जिसमें आम लोगों ने भी शिरकत किया। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल ने कहा कि कश्मीर से धारा 370 और अनुच्छेद 35ए समाप्त करना राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रश्न था। भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी संकल्प पत्र में इस आशय का प्रस्ताव प्रमुखता से रखा था जिसपर मोदी सरकार ने प्राथमिकता देते हुए समुचित समाधान हेतु देश के सर्वोच्च सदन में विधेयक पारित कराया। महामहिम राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के पश्चात अब यह क़ानून प्रभावी हो जाएगी। पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि जनसंघ काल के संकल्प को मोदी सरकार ने मूर्त रूप दिया है। देश के अन्य राज्यों की तरह अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भी सेक्युलर राज्य होगी जो केंद्र सरकार के अधीन होगी। कश्मीर से दो निशान और दो विधान का विरोध करने वाले भाजपा के पितृपुरुष श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मोदी सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से सर्वोच्च सम्मान मिला है। मौके पर विशेष रूप से , खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य कुलवंत सिंह बंटी, पूर्व जिलाध्यक्ष बिनोद सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कमलेश सिंह, रामबाबू तिवारी, अनिल सिंह, हलधर नारायण शाह, भूपेंद्र सिंह,चितरंजन वर्मा,संजीव कुमार(सांसद प्रतिनिधि), गुंजन यादव, चंद्रशेखर गुप्ता, राकेश सिंह, अंकित आनंद, अमरजीत सिंह राजा,बिमल बैठा,संतोष कुमार शार्दूल, एस कार्तिक, पप्पू सिंह, गौतम प्रसाद, गुरमीत सिंह गिल, श्रीराम प्रसाद, महेंद्र प्रसाद,संजय सिंह,रमेश नाग,समेत सैकड़ों भाजपा समर्थक और स्थानीय लोग मौजूद थे।