CM शिवराज ने कहा, MP को हम केरल स्टोरी नहीं बनने देगे
MP के CM शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि हम मध्यप्रदेश को केरल स्टोरी नहीं बनने देगें. हमने पहले सिमी के नेटवर्क को जड़ से उखाड़ दिया. चंबल से डकैतों का आंतक खत्म कर दिया. यहां तक कि नक्सलवाद भी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सीमा तक ही सीमित रह गया है. यहां तक कि पिछले दिनों एटीएस की कार्रवाई में आंतकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) के संदिग्धों पर भी हिरासत में लिए गए. ये आंतकी संगठन हमारी बेटियों को आंतक के दलदल में धकेलना चाहते है. ऐसा हम होने नहीं देगें. सीएम श्री चौहान ने यह बात स्मार्ट पार्क में पत्रकारों से चर्चा में कही है.
CM श्री चौहान ने कहा कि खबर मिली कि आंतकी संगठन, कट्टरपंथी, इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर एमपी में सक्रिय हो रहा है. इसके बाद ही एटीएस ने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन्हे जड़ से समाप्त करना है. ऐसी गतिविधियों किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस तरह के आंतकी संगठगों का नेटवर्क कई लोगों की जिंदगी बर्बाद करता है, इनका तरीका है पहले धर्मान्तरण करों, इसके बाद बेटी से शादी करके उसे धर्मान्तरित करों फिर आंतकवाद के दलदल में धकेल दो. हम एमपी में केरल स्टोरी नहीं बनने देगें, लव-जिहाद व धर्मान्तरिण का यह कुचक्र नहीं चलने दिया जाएगा. गौरतलब है कि NIA व एमपी की ATS टीम ने संयुक्त रुप से भोपाल से दस, छिंदवाड़ा से एक संदिग्ध को पकड़ा है. इन्हे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. इसी तरह तेलंगाना पुलिस ने भी 6 आंतकियों को हैदराबाद से पकड़ा है. उनमें से एक भोपाल से युवक हिन्दू से धर्मान्तरित होकर गया है.
इनके सभी के तार हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े है. यह एक कट्टरपंथी संगठन है. पकड़े गए संदिग्धों ने पूछताछ में जानकाारी दी कि रायसेन के जंगलों में प्रशिक्षण शिविर लगाए जाते है. यहां पर समाज में घुलने मिलने, कम्प्यूटर टेक्निशियन, दर्जी की टे्रनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग कैंप लगाते थे. समाज में घुलने मिलने के लिए इनमें से कोई ट्रेनर होता था. कोई कंप्यूटर टेक्नीशियन होता था कोई दर्जीए कोई ऑटो ड्राइवर इत्यादि का काम कर रहे थे. सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि एटीएस ने भोपाल के कोहेफिजा से एक संदिग्ध आंतकी को हिरासत में लिया है. जो कोचिंग की आड़ में लड़कियों को फंसाकर शादी करना, धर्मान्तरण कराने जैसा गैर कानूनी काम कर रहा था. एमपी की धरती पर यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.