Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » मशरुम उत्पादन बना अतिरिक्त आय का स्रोत, महिलायें हो रहीं आत्मनिर्भर
    Breaking News Headlines जमशेदपुर जामताड़ा झारखंड

    मशरुम उत्पादन बना अतिरिक्त आय का स्रोत, महिलायें हो रहीं आत्मनिर्भर

    Devanand SinghBy Devanand SinghApril 13, 2023No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

     

    मशरुम उत्पादन बना अतिरिक्त आय का स्रोत, महिलायें हो रहीं आत्मनिर्भर

     डुमरिया प्रखंड के खैरबनी गांव की 10 महिलाओं की पहल ला रही रंग, मशरूम उत्पादन में बनीं प्रेरणास्रोत

    ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं प्राय: मजदूरी का काम और खेती सब्जी बाड़ी को ही आय का महत्वपूर्ण साधन समझती रही हैं। वर्षो से श्रम और पारम्परिक पशुपालन आय का स्त्रोत रहा है किंतु पहली बार अब वे मशरुम उत्पादन कर अच्छा आय अर्जित करने लगी हैं । डुमरिया प्रखंड के खैरबनी पंचायत अंतर्गत खैरबनी गांव की दस महिलाओं ने सामूहकि रुप से मशरुम की खेती एक 30×30 की जमीन पर पुआल-बॉस की घर बनाकर करना शुरू किया जो उनके लिए आय का अच्छा स्रोत साबित हुआ है।

     

     

     

    जे.टी.डी.एस से मिला तकनीकी प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहयोग

    झारखंड ट्राईबल डेवलपमेंट सोसाइटी (JTDS) द्वारा वर्ष 2016 में गांव के महिलाओं का समूह बनाकर उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने की पहल की गई। थोपे बाहा महिला समिति के नाम से एक स्वयं सहायता समूह बनाकर प्रारंभ में दस हजार रू. का बीज पूंजी तथा संचालन से जुड़ी कई प्रशिक्षण JTDS के द्वारा दिया गया । मशरुम उत्पादन हेतु खैरबनी गांव की 42 अनुसूचित जनजाति की महिला को प्रशिक्षण के साथ ही प्रत्येक महिला को 40-40 बैग जिसमें पुआल, मशरुम बीज, कीटनाशक दवा, प्लास्टिक, स्प्रेयर तथा सभी 42 महिलाओं के बीच 2 मशरुम ड्रायर मशीन तथा 2 पुआल कटर वितरित किया गया ।

     

     

     

    थोपे बाहा महिला समिति से ही जुड़ी गांव की 10 महिलाओं सोनामुनी हासदा, आरसू हेम्ब्रम, पावेट हेम्ब्रम, पोको मुर्मू, गेरथो मार्डी, पानोमुनी मार्डी, बती हेम्ब्रम आदि ने समूह में व्यवसायिक रूप से मशरुम उत्पादन शुरू कर सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हैं। इस वर्ष अब तक 386 किलो मशरुम का उत्पादन उन्होने किया है जिसमें 264 किलो का स्वयं घरेलू खपत के बाद कुल 133 किलो मशरुम की बिक्री कर लगभग 16,000 रु. की उन्हें आमदनी हुई। JTDS के डीपीएम रुसतम अंसारी ने बताया कि मशरूम उत्पादन महिलाओं के आर्थिकपार्जन की दिशा में पहला प्रयास है जो सफल होता दिख रहा है। खास बात यह है कि महिला अब इसे गांव के हाट में भी बेच पा रही है। कुछ कच्चा और सुखा मशरुम एंजेसी को बेची जा रही है। आने वालों वर्षों में यह ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापकता पा लेगा ।

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleरांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन के 22 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, सुबह-सुबह शुरू हुई कार्रवाई
    Next Article आनंद मार्ग एवं पूर्णिमा नेत्रालय के सहयोग से 310 वा नेत्र जांच शिविर के चयनित 7 मोतियाबिंद रोगियों का ऑपरेशन कर निशुल्क लेंस लगाया

    Related Posts

    बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई: कांग्रेस

    May 14, 2025

    ‘ ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है, विपक्ष को ‘अवांछित’ सवाल नहीं उठाने चाहिए : भाजपा

    May 14, 2025

    छत्तीसगढ़ में 21 दिन चले नक्सल विरोधी अभियान में 31 नक्सली मारे गए, 18 जवान भी घायल

    May 14, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई: कांग्रेस

    ‘ ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है, विपक्ष को ‘अवांछित’ सवाल नहीं उठाने चाहिए : भाजपा

    छत्तीसगढ़ में 21 दिन चले नक्सल विरोधी अभियान में 31 नक्सली मारे गए, 18 जवान भी घायल

    बैकुंठ शुक्ल की पुण्यतिथि पर नमन परिवार ने दीं श्रद्धांजलि

    ऑपरेशन सिंदूर की गौरवगाथा और भारतीय सेना के पराक्रम को समर्पित विशाल तिरंगा यात्रा की सभी तैयारियां हुई पूरी

    चौकीदार नियुक्ति हेतु शारीरिक माप (दौड़) परीक्षा के प्रथम दिन फतेहपुर, कुंडहित एवं नाला के सफल अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षण में हुए सम्मिलित,कुल 584 अभ्यर्थियों में से 31 रहे अनुपस्थित

    आनंद मार्ग एवं पूर्णिमा नेत्रालय का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए जांच शिविर 15 मई को गदरा में

    जमशेदपुर पुलिस को धन्यवाद : ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर

    भारत के 52 वे मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर गवई को राजेश शुक्ल ने बधाई दी

    शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बालिगुमा, झारखंड राज्य का पहला अर्बन– पीएचसी जिसे मिला NQAS सर्टिफिकेट

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.