राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा
राहुल गांधी ने लोकसभा की कार्रवाही से उनके बयान को हटाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे सिंपल से सवाल थे, जिनके जवाब नहीं मिले।
संसद के दोनों सदनों (लोकसभा व राज्यसभा) में अदाणी के मुद्दे संग्राम के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि “2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा।
UPA के वे दस साल में भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। चारों तरफ ये सूचना रहती थी किसी अनाजानी चीज को हाथ मत लगाना। वहीं 2014 से विपक्षी दल आरोप लगाते रहे हैं कि भारत कमजोर हो गया है और उसने अपनी प्रमुखता खो दी। अब वे कहते हैं कि भारत निर्णय लेने में अन्य देशों को प्रभावित करने के लिए काफी मजबूत हो गया है। मैं चाहूंगा कि वे इस भ्रमित स्थिति से बाहर आएं और अंत में तय करें कि भारत मजबूत हुआ है या कमजोर।”
इस दौरान कई अन्य आरोपों को लेकर राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी नेताओं पर प्रधानमंत्री ने निशाना साधा। इस दौरान कई विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया। प्रधानमंत्री के इस भाषण पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री के भाषण से संतुष्ट नहीं हूं। इसके साथ ही लोकसभा की कार्रवाही से बयान हटाने जाने को लेकर भी राहुल गांधी ने निशाना साधा है।
अदाणी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं प्रधानमंत्री : राहुल गांधी
प्रधानमंत्री के भाषण के बाद जब मीडिया ने राहुल गांधी से भाषण के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि “मैं (प्रधानमंत्री के भाषण) से संतुष्ट नहीं हूं।
पूछताछ की कोई बात नहीं हुई। अगर वह (गौतम अडानी) दोस्त नहीं हैं तो उन्हें (पीएम) कहना चाहिए था कि जांच होनी चाहिए। यह स्पष्ट है कि पीएम उनको (गौतम अडानी) बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”