10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें उत्पादन के चरण में , 200 वंदे भारत स्लीपर रेक्स के निर्माण का ठेका प्रौद्योगिकी साझेदारों को दिया गया: अश्विनी वैष्णव
राष्ट्र संवाद संवाददाता
वर्तमान में, देश में लंबी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें उत्पादन के चरण में हैं। पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है और यह फील्ड ट्रायल से गुजरेगा। इसके अलावा, 200 वंदे भारत स्लीपर रेक्स के निर्माण का ठेका प्रौद्योगिकी साझेदारों को दिया गया है। ट्रायल की सफलता के आधार पर इन ट्रेनों को रोलआउट किया जाएगा।
02 दिसंबर 2024 तक, भारतीय रेल की ब्रॉड गेज इलेक्ट्रिफाइड नेटवर्क पर 136 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं छोटी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए चालू हैं। रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए 136 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं, जिसमें चेयर कार शामिल हैं, ब्रॉड गेज इलेक्ट्रिफाइड नेटवर्क पर चालू हैं। अक्टूबर 2024 तक, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत अधिभोग दर 100% से अधिक है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारतीय रेल के उत्पादन इकाइयां अप्रैल 2018 से केवल एलएचबी कोच का उत्पादन कर रही हैं। एलएचबी कोच का उत्पादन वर्षों के दौरान लगातार बढ़ा है। 2014-24 के दौरान निर्मित एलएचबी कोच की संख्या (36,933) 2004-14 के दौरान निर्मित कोच (2,337) से 16 गुना अधिक है। भारतीय रेल ने एलएचबी कोच को तेजी से अपनाया है जो तकनीकी रूप से उन्नत हैं और इनमें एंटी-क्लाइम्बिंग व्यवस्था, फेल्योर इंडिकेशन सिस्टम के साथ एयर सस्पेंशन और कम जंग लगने वाले शेल जैसे फीचर्स शामिल हैं।
सुगम्य भारत मिशन (Accessible India Campaign) के तहत, भारतीय रेल दिव्यांगजन और सीमित गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए उल्लेखनीय प्रगति कर रही है। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के दिशानिर्देशों के तहत रैंप, सुलभ पार्किंग, ब्रेल और टैक्टाइल साइनेज, कम ऊंचाई वाले काउंटर और लिफ्ट/एस्केलेटर जैसी व्यापक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। नवंबर 2024 तक, भारतीय रेल ने 399 स्टेशनों पर 1,512 एस्केलेटर और 609 स्टेशनों पर 1,607 लिफ्ट स्थापित की हैं। यह पिछले दशक की तुलना में क्रमशः 9 और 14 गुना वृद्धि दर्शाता है।