रिपोर्ट,
युद्ध पति ख़ां,
नाला/ जामताड़ा।
काजु बागान के लिए पुरे देश में महसुर जामताड़ा के नाला।आज नुकसान से गुजर रहा है।
सरकार को अच्छा खासा राजस्य मिलता है।
वही कोरोना के बजह से आज तक कोइ एजेन्सी डाक करने के लिए यहां नहीं अए है।
लिहाजा काजु के फल आस पास के लोगों के निशाने पर हैं।
इस काजु बगान में बीस हजार काजु के पेड़ है।हर तीन सालों में एक बार डाक होता है।
88 हजार सालाना की दर से हर तीन साल के लिए दिया जाता था।
31 मार्च 2020 तक अवधी समाप्त होने पर राजस्य जमा करना था।जिस एजेंसी ने डाक लिया था वह डाक का पैसा जमा नहीं करा पाए।
वही अनन-फानन में पश्चिम बंगाल के एक एजेंसी को 60 हजार रूपए में दिया गया।
करीव 38 हजार रूपए का नुकसान हुआ।
वही पुर्व एजेंसी के नाम पर सर्टीफीकेट केस दर्ज करने के लिए आदेश दिया गया।
काजु बगान के सुरक्षा के मद्देनजर केवल चार गार्ड को तैनात किया गया है। वही आने-जाने वाले लोग काजु बगान को निशाना बना रहे हैं।