*श्रावणी पूर्णिमा के अवसर पर , 3 अगस्त को वेब टेलीकास्ट से प्रवचन देंगे आनंदमार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख श्रद्धेय आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत ।*
जमशेदपुर 2 अगस्त
जमशेदपुर एवं आसपास के लगभग तीन हजार से भी ज्यादा आनंद मार्गी मोबाइल लैपटॉप एवं अन्य अत्याधुनिक माध्यमों से वेब टेलीकास्ट प्रवचन का लाभ उठा पाएंगे
आनंद मार्ग प्रचारक संघ के केंद्रीय धर्म प्रचार सचिव आचार्य सत्यश्रायानंद अवधूत ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि श्रद्धेय मार्ग गुरुदेव भगवान श्री श्री आनंदमूर्ति जी ने पहली दीक्षा कालिचरण बंधोपाध्याय को, कालिकता पश्चिम बंगाल के, भागीरथी नदी के किनारे ,काशीमित्राघाट पर, श्रावणी पूर्णिमा की रात्रि में ,वर्ष 1939 में दिया था और उसी दिन से तांत्रिक सभ्यता की शुरुआत की थी। आनंदमार्गियों के लिए श्रावणी पूर्णिमा बहुत ही महत्वपूर्ण है। विश्व के लगभग 170 से भी अधिक देशों में फैले आनंदमार्ग के
साधकगण कार्यक्रम को बड़े धूमधाम से मनाते हैं। भजन ,कीर्तन, सामूहिक साधना, तांडव एवं कौशिकी नृत्य की प्रतियोगिता के साथ नारायण सेवा एवं मिलित भोज का आयोजन होता है। **परंतु कोरोनावायरस के कारण उत्पन्न महामारी की स्थिति और सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए अपने यूनिट में ही सादगी पूर्ण तरीके से श्रावणी पूर्णिमा मनाया जाएगा।*
इस पावन अवसर पर संध्या 4:00 बजे से
आनंदमार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख श्रद्धेय आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत जी का ऑनलाइन प्रवचन होगा ।