नई दिल्ली. सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने रविवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक को बिक्री और वितरण के लिए कोवैक्सीन बनाने की अनुमति दे दी. इससे पहले स्वदेशी कोरोनावायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए नियामक स्वीकृति मिली थी. एक शीर्ष सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड को बिक्री के लिए दवा निमाज़्ण की अनुमति दे दी.
इससे पहले रविवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया वीजी सोमानी ने घोषणा की कि भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग के लिए अनुमति दी गई है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशिल्ड वैक्सीन को भी मंजूरी दी गई है.
कोवैक्सीन को दो खुराक में दिया जाएगा और इसे 2-8 डिग्री सेल्सियस पर संग्रहित किया जा सकता है. यह भारत के लिए एक बड़ी राहत है. संक्रमण के मामले अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा हैं. भारत बायोटेक कोरोनावायरस के लिए भारत का पहला स्वदेशी टीका है. निष्क्रिय वायरस का टीका भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से विकसित किया गया है.
भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा देश में कोविड-19 रोधी दो टीकों के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने पर भाजपा नेताओं और केन्द्रीय मंत्रियों ने रविवार को वैज्ञानिकों को सलाम किया. भारत के औषधि महानियंत्रक ने सीरम इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके कोवैक्सीन के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को रविवार को मंजूरी दे दी, जिससे व्यापक टीकाकरण अभियान का मागज़् प्रशस्त हो गया है.