भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर राजद्रोह का मुकदमा सरकारी व्यवस्था का दुरुपयोग : कुणाल षड़ंगी
● कांग्रेस के दबाव में हेमंत मज़बूत से ‘मजबूर’ मुख्यमंत्री बनें : कुणाल षड़ंगी
● राम मंदिर, नागरिकता क़ानून और कृषि बिल का विरोध करने वाले सत्तारूढ़ नेताओं पर दर्ज़ हो देशद्रोह का मुकदमा : कुणाल षड़ंगी
भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश पर दुमका में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज़ होने पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षड़ंगी ने तीव्र भर्त्सना की है। कहा कि राज्य सरकार के इशारों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर षड्यंत्र पूर्वक कांड दर्ज़ करना सरकारी व्यवस्था का दुरुपयोग है। उन्होंने इस कृत्य को असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा अस्वस्थ्य परंपरा की शुरुआत की गई है। भाजपा प्रवक्ता कुणाल षड़ंगी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश जी ने सरकार के अंदर व्याप्त अंतर्विरोधों को उज़ागर किया था जो कि सत्तारूढ़ दल की माननीय विधायक सीता सोरेन लगातार करतीं आ रही है जबकि उनकी बातों को अनसुना किया जाता रहा है। कांग्रेस के विधायकों में भी असंतोष और राज्य सरकार संग समन्वय का अभाव है। आंतरिक विरोध और अंतर्द्वंद्व के प्रतिफ़ल में वर्तमान सरकार स्वतः गिर जाये तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा। कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में प्रदेश में मज़बूत नहीं ‘मज़बूर’ सरकार चल रही है। कुणाल षड़ंगी ने राज्य सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत हो तो 24 घंटों के भीतर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी हो। कहा कि राम मंदिर निर्माण का विषय हो या सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट और कृषि बिल का विरोध कर जनता को गुमराह करने वाले सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों, विधायकों और नेताओं पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज़ किया जाना चाहिए। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री षड़ंगी ने कहा कि सरकारी व्यवस्थाओं का दुरुपयोग और शाजिश से झूठे मुकदमे दर्ज़ करवाकर हेमंत सरकार सच्चाई को नहीं छिपा सकती। भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री से माँग किया कि अविलंब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश पर दर्ज़ केस वापस लेते हुए स्वस्थ्य राजनीतिक परंपरा स्थापित हो। कहा कि अन्यथा की स्थिति में आगामी दिनों में परिणाम के लिए सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी।