नई दिल्ली. कोरोना वायरस की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर जो विराम लगा था उसके मार्च, 2021 से समाप्त होने के संकेत हैं. पीएम मोदी तब बांग्लादेश की यात्रा कर अपनी विदेश यात्रा की शुरुआत करेंगे. उसके बाद पीएम के पुर्तगाल की यात्रा पर जाने की तैयारी हो रही है. पुर्तगाल यात्रा यूरोपीय संघ के साथ भारत के रिश्तों को देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके उपरांत जून, 2021 में ब्रिटेन में होने वाले समूह-7 देशों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुलावा आ चुका है.
समूह-07 की बैठक सिर्फ इस लिहाज से महत्वपूर्ण नहीं होगी कि लगातार तीसरी बार भारत को दुनिया के सबसे मजबूत सात देशों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है, बल्कि इस बैठक के दौरान पीएम मोदी की अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति जो बाइडन से पहली मुलाकात संभव है.
यही नहीं इस बैठक में काफी लंबे अरसे बाद पीएम की वैश्विक नेताओं के साथ आमने-सामने मुलाकात होगी. यह बैठक वैश्विक कूटनीति के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह देखा जाएगा कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति बाइडन समूह-7 देशों को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप की नीति को आगे बढ़ाते हैं या अपनी नई सोच दिखाते हैं.
ट्रंप ने समूह-7 की जगह दुनिया के 10 लोकतांत्रिक देशों का एक अलग संगठन बनाने की योजना बनाई थी और इसके लिए पीएम मोदी को भी आमंत्रित किया था. लेकिन यह बैठक कोरोना महामारी की वजह से नहीं हो सकी थी.
पीएम मोदी हमेशा नेबरहुड पॉलिसी को देते हैं महत्व
पॉलिसी के तहत हमेशा अपने पड़ोसी देशों की यात्राओं को महत्व देते रहे हैं. इस क्रम में उनकी तरफ से इस बार भी यात्राओं की शुरुआत बांग्लादेश से होने की तैयारी चल रही है. उन्हें मार्च, 2020 में ही ढाका जाना था लेकिन कोरोना महामारी की वजह से रद कर दिया था.
बाद में दिसंबर, 2020 में दोनो देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी और जिसमें पीएम शेख हसीना ने मोदी को मार्च, 2021 में बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह पर होने वाले आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था.
इसी तरह से पीएम मोदी की इस साल की दूसरी विदेश यात्रा पुर्तगाल भी पिछले वर्ष की ना हो सकने वाली यात्रा की भरपाई होगी. तब भारत-यूरोपीय संघ की सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए मई, 2020 में पीएम मोदी को वहां जाना था. दोनों तरफ से आगामी सालाना बैठक की तैयारी चल रही है.
सनद रहे कि पिछले वर्ष कोरोना महामारी की वजह से कई महीनों तक विदेश यात्राएं नहीं हो सकी थी. भारत आने वाले कई विदेश मेहमानों की यात्राएं भी स्थगित करनी पड़ी थी.