✍निजाम खान
झारखंड: माना जा रहा हैं कि पांकी विधानसभा सीट से टिकट पाने के आस में झामुमो नेता शशीभूषण मेहता ने भाजपा को ज्वाइंट किया है।आपको बता दे वर्ष 2014 के विस चुनाव में शशिभूषण कांग्रेस नेता विट्टू सिंह से महज 17 सौ वोटों से पीछे रहा।शशिभषण पर अपने ही स्कूल की वार्डन सुचित्रा मिश्रा पर हत्या करने का आरोप है।वर्ष 2012 के मई में सुचित्रा मिश्रा की हत्या हुई थी।जानकारी के अनुसार जांच के दौराण मोबाइल सर्विलांस और काल डीटेल्स के आधार पर मेहता का नाम शामिल हुआ था।सुचीत्रा हत्याकांड को लेकर कई संगठन व संस्थाओं ने विरोध किया।नतीजतन मेहता को जेल भी जाना पड़ा था।अभी मेहता जमानत पर है।सुचित्रा के बेटे अभिषेक ने प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा से कहा कि वे खुद भाजपा के सदस्य है।उपाध्यक्ष से मिलकर अभिषेक ने मेहता को पार्टी में शामील नहीं कराने की मांग की थी।अभिषेक ने कहा कि भाजपा पर उनका अटूट विश्वास है।ऐसे में अगर पार्टी मेहता को शामील करती है तो भाजपा से विश्वास उठ जाने की बात अभिषेक ने कही।इस संबंध में अभिषेक ने लिखीत रूप से भाजपा को उपाध्यक्ष वर्मा के माध्यम से आग्रह पत्र भी सौपा।कहा कि पार्टी अगर मेहता को शामील करती है तो जोरदार विरोध किया जायेगा।
मारपीट,हो-हंगामें के बीच शशिभूषण का भाजपा में हुआ ज्वाइनींग:शशीभूषण अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा प्रदेश कार्यालय पहूंचें।मालूम हो कि पहले से ही स्व सुचीत्रा के पुत्र अभिषेक मिश्रा और आशुतोष मिश्रा अपनी मामी ललीता पांडेय के साथ भाजपा प्रदेश कार्यालय पहूंचे।प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा की उपस्थिती में शशिभूषण भाजपा ज्वाइंनींग हो रहे थे कि तभी स्व सुचीत्रा के दोनों बेटे अपने मामी के साथ अपनी मृतक मां का फोटो लेकर मंच पर चढ़कर विरोध जताने लगे तभी मेहता के समर्थकों और स्व सुचीत्रा के परिजनों द्वारा धक्का-मुक्की होते-होते मामला मारपीट तक पहूंच गया।मालूम हो कि भाजपा नेता स्व सुचीत्रा के परिजनों से मंच में विरोध नही करने का आग्रह कर रहे थे।नही मानने पर मेहता के समर्थकों ने स्व सुचीत्रा के दोनों बेटों को धक्का देकर मंच से उतारा।दूबारा विरोध करने मंच पर चढ़े तो मेहता के समर्थकों ने स्व सुचीत्रा के छोटे बेटे आशुतोष को धकेल दिया।जिससे आशुतोष के हाथ में चोट लगने की बात सामने आयी।वही मेहता के समर्थकों द्वारा ललीता पांडेय पर धक्का-मुक्की की बात सामने आयी है।ऐसा पहली बार भाजपा में ज्वाइंनीग के दौराण विवाद होने की बात बतायी जा रही है।
क्या पांकी से मेहता को भाजपा में टिकट मिलेगी:सवाल उठना तो लाजमी है।मेहता मात्र 17 सौ वोट से कांग्रेस नेता विट्टू से वर्ष 2014 के विस चुनाव में पीछे थे।फिर भी भाजपा में शामील हो गये।गौरतलब है झामुमो,कांग्रेस,की गठबंधन होती है तो निश्चय है पांकी विस सीट कांग्रेस के खाते में जायेगा।तो वही दूसरी ओर मात्र 17 सौ वोट से पीछे थे मेहता।ऐसे में शशीभूषण का भाजपा में शामील होना भाजपा तथा शशिभूषण दोनों के लिये फायदेमंद साबित हो सकती है।