बेगूसराय : जिला पदाधिकारी रोशन कुशवाहा की अध्यक्षता में कारगिल विजय सभा भवन
में समन्वित बाल विकास योजना (आईसीडीएस) अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की गई। इस
अवसर पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस) श्रीमती रचना सिन्हा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमारसहित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिकाएं आदि मौजूद थी।
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने जिला अंतर्गत संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्धारित प्रावधान का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए संचालन करने, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना अंतर्गत तीसरे इंस्टॉलमेंन्ट के भुगतान में प्रगति लाने के साथ ही द्वितीय इंस्टॉलमेंन्ट के लंबित मामलों का भी अविलंब निष्पादन करने, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान
योजना अंतर्गत बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों के स्तर पर लंबित कार्यों का यथाशीघ्र निष्पादन करने, आंगबनाड़ी केंद्र
भवन निर्माण हेतु आवश्यक जमीन हेतु स्थानीय
जनप्रतिनिधियों के सहयोग से भूमि चिन्हित करते हुए संबंधित
अंचलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए संबंधित भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने, सेविका/सहायिका के
चयन संबंधी लंबित मामलों के यथाशीघ्र निष्पादन करने के साथ-साथ परियोजना में प्राप्त परिवादों का ससमय निष्पादन
करने का निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने विभागीय निर्देश के आलोक में जिला अंतर्गत कराए जा रहे सामाजिक सुरक्षा
पेंशनधारियों के जीवन प्रमाणीकरण/भौतिक सत्यापन संबंधी कार्यों के निष्पादन में आवश्यक सहयोग करने का भी निर्देश दिया।
बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा माह मई, 2022 के दौरान परियोजनावार मासिक प्रगति प्रतिवेदन (एम.पी.आर.) की समीक्षा के क्रम में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी वीरपुर, चेरियाबरियापुर, मंसूरचक एवं तेघड़ा को शथ-प्रतिशत लक्ष्य
हासिल करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के क्रियान्वयन की परियोजनावार समीक्षा के
दौरान उन्होंने सकेंड इन्स्टॉलमेंट हेतु 166, थर्ड इन्स्टॉलमेंट हेतु 2921 तथा स्वीकृति हेतु लंबित 815 मामलों को अगली
बैठक से पूर्व शत-प्रतिशत निष्पादित करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की समीक्षा के क्रम में योजना
के क्रियान्वयन की गति में वृद्धि करने तथा महिला पर्यवेक्षिका एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों
की नियमित रूप से समीक्षा करते विभागीय निर्देशानुसार कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान परियोजनावारसेविका/सहायिका के चयन से संबंधित मामलों की समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने सेविका पद हेतु रिक्त 67 एवं सहायिका पद हेत रिक्त 71 पदों को भी अविलंब आवश्यक कारवाई करते हुए चयन संबंधी कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया। परियोजनावार वाद/परिवाद से संबंधित मामलों की समीक्षा के क्रम में उन्होंने जिले में लंबित कुल 429 परिवादों परगहरा असंतोष व्यक्त किया तथा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को परिवादों की नियमित सुनवाई करते हुए सभी लंबित मामलों को अगली बैठक से पूर्व निष्पादित करने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने सभी बाल विकास
परियोजना पदाधिकारियों एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा आंगन ऐप के माध्यम से किए जाने वाले निरीक्षण कार्यों को भी
नियमित रूप से करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा जिले में आईसीडीएस परियोजनाओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि में कुल 18 परियोजनाओं में कुल स्वीकृत आंगनबाडी केंद्रों की संख्या 3356 है जबकि वर्तमान में कुल 3356 आंगनबाड़ी केंद्र
क्रियाशील है। जिले में कुल 419 आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन है जबकि 2421 किराये के भवन में संचालित है तथा407 अन्य सरकारी भवनों में कार्यरत है। विद्यालय में उपलब्ध आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 109 है। जिले के 3356 आंगनबाड़ी केंद्रों पर शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था है।