कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन और पुलिस को काफी मशक्कत ओं का सामना करना पड़ रहा है आज एक बार फिर कोरोना संक्रमित एक महिला की लाश जब अंतिम संस्कार के लिए स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर लाई गई तो न केवल स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया बल्कि मृत महिला के परिजन यहां तक कि उसके बेटे ने भी सबके साथ अंतिम संस्कार में आने से साफ मना कर दिया उसने मृतका के शव को कंधा देना भी मुनासिब नहीं समझा और उसने प्रशासन से अनुरोध किया कि वह लोग स्वयं उसका अंतिम संस्कार कर दें उसे मां के शव से कोई लेना देना नहीं है प्रशासनिक सख्ती के बाद वह श्मशान घाट तो आया लेकिन अंतिम संस्कार के कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी इतना ही नहीं श्मशान घाट पहुंचने पर बेटे ने जिला प्रशासन और पुलिस के साथ काफी देर तक भक्षक की और अंत में शव को बिना रीति रिवाज का पालन किए हैं फर्नेस में जला दिया गया मौके पर मौजूद लोगों का कहना था की बेटे ने शव को कंधा देने के साथ-साथ पीपीई भी पहनने से मना कर दिया वही स्थानीय लोगों ने भी अंतिम संस्कार का विरोध शुरू किया और हंगामा खड़ा कर दिया आक्रोशित लोगों को काबू में करने के लिए जिला प्रशासन को परेशानी हुई अंतिम संस्कार कार्यक्रम से परिवार के लोग दूरी बनाए हुए रहे उल्लेखनीय है कि शनिवार को भी स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार करने पहुंचे जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासनिक लोगों पर पथराव भी किए थे हालांकि प्रशासन की ओर से सख्ती बरती गई लोगों को खदेड़ा गया और अंत में मृतक का अंतिम संस्कार पूरा किया गया। भुईयाडीह बर्निंग घाट पर उस समय अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई जब कोरोना संक्रमित एक महिला का शव जलाने जिला प्रशासन और पुलिस के लोग पहुंचे शव को जलाने के लिए बर्न इन यूनिट पर लाते ही वहां का कर्मचारी गायब हो गया पुलिस प्रशासन को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर वह कर्मचारी कहां गया खोजबीन के दौरान पता चला कि वह कोरोना संक्रमित शव के पास आना नहीं चाहता था काफी मशक्कत के बाद भी उसे खोजा नहीं जा सका बाद में प्रशासन और पुलिस ने पार्वती घाट से बर्न इन यूनिट के कर्मचारी को बुलवाया और मृत महिला का अंतिम संस्कार किया गया