ऑल इंडिया जेईई एडवांस में शिखर पर बेगूसराय का वैभव राज
बिहार बेगूसराय जिला के रहने वाले 17 वर्षीय वैभव राज ने जेईई मेंस के बाद जेईई एडवांस में रैंकिंग में सुधार के साथ अपना शानदार प्रदर्शन दोहराया है. जेईई मेंस में ऑल इंडिया बेस पर 45 वां रैंक हासिल करने वाले वैभव राज ने जेईई एडवांस में जबरदस्त छलांग लगायी और ऑल इंडिया में तीसरा स्थान प्राप्त कर बिहार का नाम पूरे देश में रोशन किया है. पिछले दिनों जी एडवांस का रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद उत्सहित वैभव राज ने बताया की वह हमेशा से पढ़ाई में अव्वल रहा है. 10th क्लास में 98 फ़ीसदी मार्क्स लाकर उसने ऑल इंडिया में 21 वां स्थान प्राप्त किया था. 12वीं कक्षा में उसकी रैंकिंग में और सुधार आया और उसने 99 फ़ीसदी अंकों के साथ ऑल इंडिया में सातवीं रैंकिंग प्राप्त की. वर्ष 2018 में वह आईआईटी का सपना लेकर तैयारी के लिए कोटा चला गया. वैभव बताता है की कोटा जाने से पहले केमिस्ट्री से उसे डर लगता था, लेकिन कोचिंग के साथ-साथ केमिस्ट्री पर उसकी पकड़ मजबूत होती गई और आज केमिस्ट्री उसका सबसे पसंदीदा सब्जेक्ट है. कोटा में कोचिंग के दौरान उसका अपनी तैयारी के प्रति आत्मविश्वास बढ़ा और उसमें सकारात्मक बदलाव भी आया. उसने माना की इंजीनियरिंग की तैयारी उसकी बहुत अच्छी थी और वह अपनी सफलता के प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त था. वह आगे बताता है कि उसने खगोल शास्त्र ओलंपियाड में हिस्सा लिया और कैंप में फिजिक्स केमेस्ट्री मैथ के लिए सिलेक्ट कर लिया गया. बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के वैभव राज ने केवीपीवाई में फेलोशिप अवार्ड भी प्राप्त किया. वैसे तो वैभव राज के पूरे परिवार में सरस्वती का प्रभाव है. उनके पिता सुनील कुमार राय सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर इन डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस भारत सरकार सुरक्षा मंत्रालय के पद पर कार्यरत हैं. वैभव राज का बड़ा भाई विशाल राज आईआईटी खड़कपुर में अध्ययनरत है. माता सुधा देवी घरेलू महिला हैं जो वैभव राज के साथ कोटा में रही और उसे अध्ययन के लिए प्रोत्साहित किया. वैभव राज आगे कहता है कि उसने जेईई मेंस के लिए एक रणनीति के तहत अपनी तैयारी की. चैप्टर का चुनाव कर उसकी सूची बनाई और शेड्यूल के हिसाब से अध्ययन शुरू किया. लॉकडाउन की वजह से इंजीनियरिंग की तैयारी में उसे काफी लाभ मिला. उसे अपने सिलेबस को रिवाइज करने का अच्छा मौका मिला. हालांकि जेईई मेंस की परीक्षा स्थगित होने के बाद मानसिक रूप से वह थोड़ा परेशान जरूर हुआ, लेकिन एलएन कोचिंग के शिक्षकों और सहपाठियों ने उसका मनोबल बढ़ाया. उसे मोटिवेशन मिला. मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वैभव राज अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है.