✍निजाम खान
दिनांक 20 जनवरी से 22 जनवरी तक एसजीएसवाई सभागार में तीन दिवसीय आवासीय सुजल एवं स्वच्छ गांव विषय पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।जिसका आज दिन बुधवार को उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में समापन समारोह आयोजित किया गया।
उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार के द्वारा आज अंतिम दिन सुजल एवं स्वच्छ गांव पर तीन विषयों पर प्रकाश डाला गया माहवारी कचरा प्रबंधन, गांव में जल और स्वच्छता सुविधाओं के लिए निधि प्रबंधन एवं सुजल एवं स्वच्छ गांव के लिए कार्य योजना तैयार करने के विषय में चर्चा की गई।
साथ ही उपायुक्त द्वारा बताया गया कि जब तक किसी कार्यक्रम के संबंध में विशेष तौर पर प्रचार प्रसार नहीं किया जाएगा तो वह कार्यक्रम सफल नहीं हो सकती है। इसी तरह सुजल एवं स्वच्छता गांव पर वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने एवं लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।तब जाकर यह कार्यक्रम सफल हो सकेगी साथ ही कार्यक्रम में प्रशिक्षण ले रहे कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने स्तर से भी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे जिससे यह कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा सफल हो पाए और लोग स्वच्छता के साथ दीर्घायु बने।
उपायुक्त द्वारा कहा गया कि इस कार्यक्रम के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़े जिससे वे अपने स्तर से प्रचार प्रसार कर पाएंगे और लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करेंगे।
कच्चा कचरा प्रबंधन का प्रयास सरकार कर रही है। जिसमें आप लोगों की सहभागिता बहुत ही जरूरी है जिससे सरकार बिजली का उत्पादन,खाद का उत्पादन कर पाएगी। *उससे आप लोगो की आय में बढ़ोतरी होगी। जिससे आप लोगों की जीवन स्तर भी सुधार की ओर बढ़ेगा।*
*उपायुक्त द्वारा कहा गया कि भारत की आत्मा गांव में बसती है इसलिए गांव को आर्थिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है* और मजबूत करने की जवाबदेही आप ही लोग हैं।
सुजल स्वच्छ गांव पर जल जीवन मिशन एवं कचरा प्रबंधन पर प्रकाश डालकर सभी को अपने घर,गांव और आसपास के क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। *अंत में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।*
उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा द्वारा जलसहिया मुखिया स्वच्छता ग्राही के प्रतिभागियों को सुजल स्वच्छ गांव के संदर्भ में प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी का *सवाल-जवाब द्वारा प्रतिभागियों के ज्ञान का आकलन किया गया।* जिसमें सभी प्रतिभागियों द्वारा संतोषजनक उत्तर दिए गए।
*उप विकास आयुक्त द्वारा कहा गया कि रूढ़ीवादी मान्यता पर अड़े रहेंगे तो हम लोगों का विकास नहीं हो सकता है* इसलिए यह मान्यता को खत्म करके स्वच्छता के प्रति जागरूक होना होगा साथ ही प्रबंधन करने के बारे में भी सोचना होगा। जिससे आय में भी वृद्धि होगी एवं आर्थिक स्थिति भी ठीक रहेगी साथ ही बच्चों को अच्छी तालीम भी दे सकेंगे। अगर आर्थिक रूप खराब रही तो ढेर सारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
साथ ही उप विकास आयुक्त द्वारा कहा गया कि शौचालय का प्रयोग अवश्य करें।साथ ही लोगों को शौचालय का प्रयोग करने हेतु जागरूक भी करें तब जाकर ही स्वच्छता पर अभियान सफल हो पाएगा। *सभी का सहयोग होगा तो ही स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) सफल हो पाएगा सरकार की मूल उद्देश्य को आप लोग धरातल पर उतरेंगे तभी स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य पूरा होगा।*
प्रशिक्षण में कार्यपालक पदाधिकारी पेयजल एवं स्वच्छता श्री सुरेंद्र कुमार दिनकर *प्रशिक्षक के रूप में जिला समन्वयक अनुज कुमार* द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा किए गए जैसे-सुजल एवं स्वच्छ गांव की विशेषता,घटक,जल जीवन मिशन,जल स्रोत की उपलब्धता, जल गुणवत्ता मूल्यांकन, सामाजिक मानचित्र,विभिन्न तरह के कचरा प्रबंधन बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।साथ ही आईईसी की भूमिका,ग्राम पंचायत में मुखिया के उत्तरदायित्व आदि अन्य बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा किया गया। जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन द्वारा हर घर में पानी पहुंचाने में मुखिया, जल सहिया,स्वच्छता ग्राहियों के द्वारा मुख्य भूमिका निभाई जाएगी साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया।जल संरक्षण ,वर्षा जल संचयन, बोरवेल रिचार्जिंग, संचयन और रख-रखाव, पीने का पानी का महत्व, पानी की गुणवत्ता आदि बिंदुओं के बारे में भी बताया गया।
मौके पर परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, सहायक परियोजना पदाधिकारी रानी झा,स्वच्छता ग्राही, मुखिया,जल सहिया संबंधित पदाधिकारी गण एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।