महिला दिवस : राष्ट्रपति मुर्मू ने कार्यबल में महिलाओं की अधिक भागीदारी का आह्वान किया
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को कहा कि कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय परामर्श को संबोधित करते हुए मुर्मू ने इस बात पर जोर दिया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षा और रोजगार में समान अवसर प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी भी उसी गति से बढ़नी चाहिए।’’
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि एक ‘‘आत्मनिर्भर, स्वतंत्र और सशक्त महिला विकसित भारत के निर्माण की कुंजी है।’’
सभी से आत्मनिर्भरता और सफलता की दिशा में हर कदम पर महिलाओं का समर्थन करने का आग्रह करते हुए मुर्मू ने कहा, ‘‘विकसित भारत का सपना हमारी सामूहिक आकांक्षा है और हमें इसे प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।’’
भारतीय महिलाओं के योगदान पर प्रकाश डालते हुए मुर्मू ने कहा, ‘‘हमारी बेटियां ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में बहुत बड़ा योगदान दे रही हैं। यह जरूरी है कि समाज उन्हें प्रगति के लिए और भी बेहतर माहौल प्रदान करे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक आदर्श समाज का निर्माण करना होगा, जहां कोई भी बच्चा, चाहे वह बेटा हो या बेटी, अकेले यात्रा करने या स्वतंत्र रूप से रहने में झिझक महसूस न करे।’’