कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के दो करीबी को बंगाल पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है. दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाइकोर्ट में एक अर्जी लगायी है. इसमें उन्होंने तिरपाल चोरी मामले में उनके खिलाफ दर्ज की गयी प्राथमिकी को रद्द करने की मांग की है.
बताया जा रहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में पराजित करने वाले भाजपा नेता शुभेंदु के जिन दो करीबियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम शेख अमीर उर्फ अरमान भोला और अरुणाभ कुईती हैं. इन्हें बंगाल पुलिस ने हल्दिया से गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार किये गये अरमान और अरुणाभ के पास से दो देसी और एक सेमी-ऑटोमेटिक आग्नेयास्त्र के अलावा 7 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. इन्हें कोर्ट में पेश करके इनकी रिमांड मांगी जायेगी. यह पता लगाया जायेगा कि ये हथियार इनके पास कहां से आये और इसका ये लोग क्या इस्तेमाल करने वाले थे. दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी तिरपाल चोरी मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करवाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने कलकत्ता हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. हाइकोर्ट ने उनकी याचिका स्वीकार कर ली है. शुभेंदु की याचिका पर 22 जून को कलकत्ता उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी.
शुभेंदु पर क्यों दर्ज हुई है प्राथमिकी
ज्ञात हो कि तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी और उनके भाई सौमेंदु अधिकारी के खिलाफ तिरपाल चोरी का केस जून की शुरुआत में दर्ज करायी गयी थी. कांथी नगरपालिका के एक सदस्य ने आरोप लगाया था कि शुभेंदु और उनके भाई ने केंद्रीय बल के जवानों की मदद से नगरपालिका के गोदाम से यश चक्रवात से प्रभावित लोगों की मदद के लिए रखे गये तिरपाल की चोरी की.