अलीगढ़. 8 दिसंबर 2021 को अकराबाद क्षेत्र के अली नगर निवासी मोहम्मद आसिफ की मौत हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने 15 जनवरी 2022 को उसे कोविड रोधी टीका लगा दिया.मामला सामने आने पर टीकाकरण अभियान पर सवाल उठने लगे हैं.मृतकके परिजनों की शिकायत है कि मोहम्मद आसिफ ने 17 सितंबर को वैक्सीन लगवाई थी.लेकिन दूसरी डोज 15 जनवरी को लगने से पहले ही 8 दिसंबर को उसकी कुछ बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी.मेडिकल रोड पर स्टेशनरी की दुकान चला रहे मृतक के भाई मोहम्मद रिज़वान ने बताया कि वैक्सीनेशन में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 15 जनवरी शनिवार के दिन सीएचसी छलेसर केंद्र से दूसरी डोज लगने का मैसेज प्राप्त हुआ. उस मैसेज को खोला तो कोविड वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट डाउनलोड करने का ऑप्शन आया.उसी साइट से फाइनली दूसरी डोज का सर्टिफिकेट डाउनलोड भी हो गया. जबकि मृतक क्षेत्र की कब्र नंबर आठ में दफन है.उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि उनका भाई अब कैसे टीका लगवा सकता है.
अलीगढ़ के सीएमओ नीरज त्यागी से बात की गई तो उन्होंने बताया है कि वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन के दौरान मोबाइल नंबर की लास्ट डिजिट गलत पड़ने के कारण ऐसा हुआ है.जिसे सुधारा जा रहा है लेकिन बड़ा सवाल यहां यह उठता है कि अगर मोबाइल नंबर गलत पड़ गया है तो आधार कार्ड में दर्ज करने का क्या मतलब बनता है.