विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दिल खोलकर योगी सरकार की सराहना की
योगी सरकार को कोस कोस कर गाली देने वाले पत्रकारों और विपक्ष के नेताओं के लिए बुरी खबर है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दिल खोलकर योगी सरकार की सराहना की है। उसने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और उत्तर प्रदेश सरकार के ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के फार्मूले पर काम करने के प्रयास की जमकर तारीफ की है। WHO ने कहा है कि भारत में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिए टीम गठित की, जिसने घर-घर जाकर कोविड के एक्टिव केस की पहचान की और संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की। इस प्रयास से कोरोना संक्रमण को काबू करने में मदद मिली है।
अपने दूसरे ट्वीट में WHO ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 मरीजों की पहचान के लिए 1.41 लाख से ज्यादा टीमों और 21242 सुपरवाइजर्स को लगाया है। यूपी में गठित टीमों ने 97941 गांवों में जाकर उन सभी लोगों का टेस्ट किया है, जिनमें कोरोना के लक्षण दिखे हैं। इस दौरान जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उन्हें उन्हें आइसोलेट किया गया है और दवा की भी दी गई है। इसके अलावा संक्रमितों के संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन करके टेस्ट किया गया है।
इस महत्वपूर्ण खबर को हिंदी के प्रमुख अखबारों ने अपनी वेबसाइट पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया है। लेकिन लुटियन दिल्ली के अंग्रेजी अखबारों और आजकल रोज रात को 9 बजे लिपिस्टिक पाउडर काजल सुरमा खिजाब लगा कर टाई बांध कर केजरीवाल को खुश करने के लिए उसकी खबरों का मुजरा करने वाले चीफ एडिटरों खासकर स्वघोषित राष्ट्रवादी चीफ एडिटरों की खबरों के मुजरे से यह खबर पूरी तरह गायब रही। शायद इस डर से कि योगी की प्रशंसा से नाराज हो जाएंगे कांग्रेस और केजरीवाल तो फिर कहां से मिलेगा मोटा माल।
ऐसे कई टीवी चैनलों ने जैसे
News18, TV9 भारतवर्ष, न्यूजनेशन और रिपब्लिक भारत ने इस खबर को अवश्य महत्व दिया
बाहर हाल डब्ल्यूएचओ के ट्वीट के बाद विपक्ष और मोदी योगी विरोधी पत्रकारों के मुंह बंद होने लगे हैं