जमशेदपुर में शिक्षकों को सर्वजन पेंशन योजना के तहत डोर टू डोर सर्वे कार्य में लगाने पर अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की पूर्वी सिंहभूम जिला इकाई ने कड़ा विरोध किया है।
ज्ञात हो कि अंचलाधिकारी, जमशेदपुर के पत्रांक 249 दिनांक 09.02. 2023 द्वारा जारी पत्र, जिसमें सभी बीएलओ शिक्षकों को सर्वजन पेंशन योजना के तहत 10:30 से 4:30 बजे तक डोर टू डोर सर्वे कर योग्य लाभुकों से निर्धारित फार्म प्राप्त करने हेतु निदेशित किया गया है, के संबंध में संघ के जिला अध्यक्ष श्री शिवशंकर पोलाई ने कहा कि शिक्षक संघ द्वारा पिछले लंबे समय से शिक्षकों को विभिन्न गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने सहित बीएलओ
कार्य से मुक्त करने हेतु अनुरोध किया जाता रहा है। शिक्षकों को बीएलओ कार्य से मुक्त करने हेतु शिक्षा सचिव द्वारा आदेश भी जारी किया गया है, जिस पर पूर्वी सिंहभूम जिले में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इस बीच सभी बीएलओ को डोर टू डोर सर्वे कार्य में लगाने हेतु अंचल अधिकारी, जमशेदपुर द्वारा सीधे निर्देश जारी किया जाना विभागीय नियमों के विरुद्ध है।
अंचल अधिकारी, जमशेदपुर के उक्त निर्देश पत्र में विभागीय अधिकारियों – जिला शिक्षा अधीक्षक/ जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रतिलिपि भी नहीं दी गई है। जबकि शिक्षा सचिव, झारखंड सरकार के निर्देशानुसार विभागीय अनुमति के उपरांत ही शिक्षकों को अन्य कार्य में लगाया जा सकता है।
शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने तथा आवश्यकता पड़ने पर विभागीय अनुमति प्राप्त करने के उपरांत ही शिक्षकों को अन्य कार्यों में लगाने के संबंध में सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार के पत्रांक 267 दिनांक 08.02.2023, पत्रांक 187 दिनांक 04.02.2022, पत्रांक 2760 दिनांक 07.12.2022 आदि द्वारा पूर्व में कई आदेश भी जारी किए गए हैं।
उक्त सर्वे हेतु यदि शिक्षकों को लगाया ही जाना था तो पहले विभागीय अनुमति प्राप्त करने के उपरांत ही विभागीय नियंत्री पदाधिकारी द्वारा पत्र जारी कर शिक्षकों को निर्देशित किया जाना चाहिए। इसके बावजूद अंचल अधिकारी जमशेदपुर द्वारा सीधे शिक्षकों को उक्त कार्य के सर्वे हेतु निर्देशित किया जाना विभागीय एवं सरकारी नियमों के विरुद्ध है।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी द्वारा उक्त सर्वे में शिक्षकों को लगाए जाने का विरोध करते हुए शिक्षा सचिव, झारखंड को एक ज्ञापन समर्पित किया गया है। मामले के संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्वी सिंहभूम को भी अवगत कराया गया है।