राष्ट्र संवाद संवाददाता
- बलिया
इस वर्ष आई भीषण बाढ़ ने बलिया के दियारा क्षेत्र के कई सड़कों की सूरत ही बदल कर रख दी। जिसमें मिर्जापुर-ताजपुर सड़क, ताजपुर -साहपुर पथ एवं लखमिनियां-मसुदनपुर पथ की स्थिति काफी खराब हो गयी थी। जिन सड़कों पर वाहन का चलना तो मुश्किल हो ही गया था। लोगों का पैदल चलना भी मुहाल हो चुका था। बाढ़ का पानी जाने के बाद विभाग द्वारा निरीक्षण कर सड़कों को आवागमन लायक बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। जिसके तहत ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा सड़कों पर ईट का टुकड़ा एवं रावीश गिराने का कार्य पिछले तीन दिनों से लगातार किया जा रहा है। जिसके तहत मिर्जापुर-ताजपुर पथ पर सैयदपुर गांव के समीप बन रहे पुलिया के डायवर्सन पर कमर भर पानी रहने के कारण दुर्गा पूजा तक गोखलेनगर विष्णुपुर, ताजपुर, साहपुर, सहबेकपुर सहित कई गांवों का आवागमन प्रभावित रहा था। जिसे देखते हुए डायवर्सन पर सैकडो़ं टेलर ईट का टुकड़ा गिराकर सड़क को आवागमन के लायक बनाया गया है। जबकि ताजपुर-साहपुर पथ पर कई जगहों पर सड़क के बाढ़ के पानी में बह जाने के कारण आवागमन बाधित थी। जिसे भी ईट का टुकड़ा डालकर चलने लायक बनाया गया है। जबकि लखमिनियां-मसुदनपुर पथ पर अभी तक कार्य की शुरुआत नहीं की गयी है। जिससे मसुदनपुर, शाहपुर, शिवनगर, भवानंदपुर सहित कई गांवों के लोगों में मायूसी व्याप्त है। बताया जाता है कि इस बार आई बाढ़ करीब दो माह तक दियारा वासियों के लिये परेशानी का सबव बनी रही। बाढ़ का पानी सड़कों के ऊपर फैल जाने के कारण सड़कें तहस-नहस हो गयी थी। सबसे बुरा हाल लखमिनियां-मसुदनपुर सड़क की है। करीब 8 किलोमीटर की इस सड़क पर कहीं कालीकरण नाम की कोई चीज नहीं बची है। सड़क पर बाढ़ के कारण कई बडे़-बडे़ गड्ढे बन गये हैं। जिससे सड़क पर आये दिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता मुकेश तिवारी ने बताया कि बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को चलने लायक बनाने के लिये ईट का टुकड़ा डालने का काम जारी है। जबकि लखमिनियां-मसुदनपुर पथ के जिर्णोद्धार को लेकर पिछले दिनों जिला अधिकारी के माध्यम से विभाग को डीपीआर भेजा गया है। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद शीघ्र ही कार्य आरंभ करा दिये जायेंगे।