संतोष कुमार की रिपोर्ट जामताड़ा
शैक्षणिक अंचल गैड़िया मैं स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय सालुका में शिक्षक और अभिभावकों के बीच बैठक हुई जिसमें बहुत सारे निर्णय पर विचार विमर्श किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता एस एम सी राजेन गोराई ने की। मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रमोद तांती उपस्थित हुआ जिसमें अभिभावकों को अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने को कहा गया। साथ ही कहा गया कि बच्चे ही दुनिया का भविष्य है इसके बिना कुछ नहीं आगे चलकर यही सब कुछ करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक अनमोल धन है जिसे कोई चोर चुरा नहीं सकता और कहा कि बच्चे एवं स्कूल का
सर्वांगीण विकास के लिए प्रत्येक महीना विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में सभी सदस्यों को भाग लेना है। कहा कि जब तक शिक्षक अभिभावकों और छात्रों के बीच ठीक से नहीं बनेगा तब तक विद्यालय का अपेक्षित विकास संभवत: असंभव है । इस अवसर पर विद्यालय के सहायक अध्यापक नैनी प्रसाद गोराई ने कहा कि शिक्षा का जड़ कड़वा होता है परंतु इसका फल बहुत ही सुंदर एवं मीठा होता है। शिक्षा प्राप्त करने के लिए शिक्षार्थी को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है परंतु इस परेशानियों को पार करके ही सुख का आनंद मिलता है अच्छा जीवन जीने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन के आखिरी पड़ाव तक साथ देता है विद्या को ना छीना जा सकता है और ना ही चोरी किया जा सकता है बल्कि इसे बांटने
से और बढ़ता है और इससे सर्वांगीण विकास होता है। प्रधानाध्यापक ने सभी लोगों से अनुरोध किया कि वह अपने बच्चों को लगातार स्कूल भेजें और अपने बच्चों को अच्छे संस्कार सिखाइए ताकि बच्चों के पढ़ाई में बाधा ना हो और वह और आगे बढ़ सके । इस मौके पर बाबूजन टूडू , रासमनी हेंब्रम, छोटका सोरन , मामूनी गोराई,सीखा मंडल, रिंकू मंडल, शशधर गोराई, हेमंत पाल मुखिया हेंब्रम सहित दर्जनों अभिभावक मौजूद रहे