पटना. बिहार में जारी सियासी सरगर्मी और टिकट बंटवारे की प्रक्रिया के बीच चिराग पासवान की पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और भोजपुर से चार बार विधायक रह चुके सुनील पांडेय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल, सुनील पांडेय इस बार तरारी से लोजपा के टिकट पर मैदान में आना चाहते थे, लेकिन एनडीए में यह सीट बीजेपी के खाते में चली गई. इसके बाद से ही सुनील पांडेय के इस इलाके से निर्दलीय चुनाव लड़ने का कयास लगाए जा रहे थे.बुधवार को सुनील पांडेय ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद से इलाके में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. माना जा रहा है कि सुनील कुमार सुनील पांडेय तरारी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव मैदान में लड़ेंगे. भोजपुर की तरारी सीट पर फिलहाल लेफ्ट पार्टी का कब्जा है और सीपीआई एमएल के सुदामा प्रसाद सीट से पार्टी के विधायक हैं. पिछले चुनाव में सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय इस सीट से चुनाव हार गई थीं.
पांडेय के समर्थकों ने बताया कि वो आज यानी बुधवार को ही तरारी सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन करेंगे. बिहार में पहले फेज के चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख कल ही है. सुनील पांडेय की छवि दबंग और बाहुबली वाली रही है. सुनील पांडेय चार बार विधायक रह चुके हैं. वो पहले जेडीयू में थे. पिछले चुनाव में तरारी में वो लड़ाई काफी कम अंतर से हारे थे. सुनील पांडेय के ही छोटे भाई हुलास पांडेय भी फिलहाल लोजपा में हैं. वो पूर्व एमएलसी हैं और बक्सर जिले की ब्रह्मपुर सीट से प्रबल दावेदार भी. तरारी से निर्दलीय चुनावी ताल ठोक कर सुनील पांडेय ने बीजेपी के लिए चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि इस सीट से पहली बार पार्टी ने कौशल विद्यार्थी को चुनावी मैदान में उतारा है.