छात्रों को नहीं मिलेगा प्रदर्शन करने का हक, धरना दिया तो लगेगा जुर्माना
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर अपने कैंपस में नए नियम लागू करने का आदेश जारी किया है, जिससे छात्रों के बीच परेशानी का माहौल दिखाई दे रहा है। इस नए नियम के मुताबिक, कैंपस में धरना देने पर छात्रों पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा, और राष्ट्र विरोधी नारे लगाने पर 10 हजार रुपये का जुर्माना होगा। इस नियम के चलते जो छात्र अपने हितों के लिए समय-समय पर विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करते थे और अपनी मांग उठाते थे, अब ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं होगा।
नए नियमों पर छात्रों में आपत्ति
नए आदेशों के बाद, छात्रों में विभिन्न भावनाएं हैं। यह नियम पहले मार्च महीने में भी लागू किया गया था, जिस पर छात्र संगठनों ने प्रदर्शन करके अपनी आपत्ति जताई थीं। इसी बीच ABVP के सदस्य और मीडिया इंचार्ज अंबुज तिवारी ने कहा कि JNU पहले भी इस तुगलकी फरमान को ला चुका है, जिसके खिलाफ हम सब ने मिलकर काफी रोष प्रदेसन किया था, जिसके कारण उस वक्त इस नियम वापिस ले लिया गया था। इसके बावजूद, विश्वविद्यालय ने फिर से इसे लागू किया है, यूनिवर्सिटी का यह फैसला बिलकुल सही नहीं है क्योंकि यह हमारा संवैधानिक अधिकार है कि हम अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करें, अपनी बात लोगों के सामने रखें। हमसे अपने संवैधानिक अधिकार को नहीं छीना जाने चाहिए।”
छात्र संगठन की मांग
आदेशों के खिलाफ, छात्र संगठन ने जारी किए गए एक बयान में कहा है कि ये नए नियम आर्टिकल 19(1)(a) के खिलाफ हैं जो सभी नागरिकों को स्वतंत्रता से मिलता है, जिसमें समाचार, विचार, और प्रदर्शन करने का हक है। इस लिए यह नया नियम एक बार फिर से विश्वविद्यालय के कैंपस में छात्रों और प्रशासन के बीच विवाद उत्पन्न कर रहा है, जिसे लेकर आगे के दिनों में और उच्चतम न्यायालय या उच्चतम शिक्षा समिति में संघर्ष देखा जा सकता है।